
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार के आरा (भोजपुर) में पिछले कुछ घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने सामान्य जनजीवन के साथ-साथ रेल यातायात को भी बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। भारी बारिश के कारण रेल पटरियों पर पानी जमा होने और सिगनलिंग सिस्टम में खराबी आने से कई महत्वपूर्ण ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं, जिससे हजारों यात्री रेलवे स्टेशनों पर फंसे हुए हैं और भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं।
आज सुबह से ही आरा रेलवे स्टेशन और इसके आसपास के इलाकों में यात्रियों की भीड़ दिखाई दी। अपनी ट्रेनों का इंतजार करते-करते वे बेचैन नजर आ रहे थे। जानकारी के अनुसार, हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस, अप और डाउन दोनों तरफ से आने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस, साथ ही वाराणसी-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस जैसी कई लंबी दूरी की और स्थानीय ट्रेनें अपने निर्धारित समय से कई घंटे पीछे चल रही हैं। यात्रियों को न तो सही जानकारी मिल पा रही है और न ही उन्हें रुकने की कोई उचित व्यवस्था मिल रही है।
प्लेटफार्म पर बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं अपनी बारी का इंतजार करते हुए हताश दिख रहे हैं। कुछ यात्री भूख और प्यास से भी परेशान हैं, क्योंकि स्टेशन पर भोजन और पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। बारिश के कारण हुई इस देरी से सबसे ज्यादा प्रभावित वे यात्री हुए हैं जिन्हें समय पर अपने गंतव्य पर पहुंचना था, जैसे कि नौकरी पर जाने वाले या अस्पताल में मरीजों को देखने वाले।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि वे स्थिति को सामान्य करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। पंपों का उपयोग करके पटरियों से पानी निकालने का प्रयास किया जा रहा है और क्षतिग्रस्त सिगनलिंग सिस्टम की मरम्मत की जा रही है। उन्होंने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने और अपडेट के लिए रेलवे हेल्पलाइन या अपनी टिकटिंग ऐप पर नज़र रखने की अपील की है।
हालांकि, वर्तमान स्थिति को देखते हुए, आरा मंडल से गुजरने वाली ट्रेनों की सेवाएं सामान्य होने में अभी कुछ और समय लग सकता है। इस मानसूनी आफत ने एक बार फिर बिहार में बुनियादी ढाँचे और आपदा प्रबंधन की चुनौतियों को उजागर किया है।