
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब के कई जिलों में बाढ़ का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। आठ जिलों के 1300 से ज्यादा गांव बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं। हालात इतने गंभीर हैं कि कई परिवार घरों की छतों पर शरण लेने को मजबूर हैं, जबकि कुछ लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। करीब दो लाख एकड़ फसल पानी में डूब चुकी है, जिससे किसानों की परेशानियां और बढ़ गई हैं।
बाढ़ का कारण केवल हिमाचल और जम्मू के बांधों से छोड़ा गया पानी नहीं है, बल्कि पंजाब में हो रही लगातार भारी बारिश भी स्थिति को बिगाड़ रही है। मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि इस साल अगस्त में 253.7 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो पिछले 25 सालों में सबसे ज्यादा है। आमतौर पर अगस्त में 146.2 मिलीमीटर बारिश होती है, यानी इस बार 74% अधिक वर्षा दर्ज की गई।
जालंधर में 178 मिमी, पठानकोट में 152 मिमी और तरनतारन में 139 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। केवल चार जिलों में औसत से कम बारिश हुई है। वहीं, मौसम विभाग ने आने वाले सोमवार और मंगलवार को भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
रेल और सड़क मार्ग बाधित
इस बार पहली बार मौसम विभाग ने बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। इससे पहले केवल ऑरेंज या येलो अलर्ट जारी होते रहे थे। स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी स्कूल 3 सितंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया है।
बाढ़ राहत के लिए सेना, वायुसेना, बीएसएफ, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार काम कर रही हैं। शनिवार को अमृतसर के अजनाला में सेना के 25 ट्रक और विशेष नावों को राहत कार्य के लिए तैनात किया गया। इस बीच, जम्मू से आने-जाने वाली 53 ट्रेनें भी रेलवे पुल को नुकसान होने के कारण रद्द करनी पड़ीं।
छतों पर शरण लिए बैठे लोग
पठानकोट-जालंधर नेशनल हाईवे आठ दिनों से बंद है। कई गांवों में तीन से सात फीट तक पानी भरा हुआ है। तरनतारन जिले में धुस्सी बांध टूटने से कुछ इलाकों में पानी दस फीट तक पहुंच गया है। कई जगहों पर तिरपाल तक का इंतजाम नहीं हो पाया है, जिससे हालात और कठिन हो रहे हैं।
अजनाला और इसके आसपास के गांवों में रावी दरिया का पानी फैल गया है। खेतों में सात फीट तक पानी जमा है। फाजिल्का, फिरोजपुर, कपूरथला, गुरदासपुर और होशियारपुर जैसे जिलों में भी राहत के हालात नजर नहीं आ रहे।
रेस्क्यू अभियान तेज
राज्य में अब तक 14,936 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। फिलहाल 122 राहत शिविर चल रहे हैं, जिनमें 6,582 लोग रह रहे हैं। गुरदासपुर, अमृतसर, फिरोजपुर, फाजिल्का, पठानकोट और कपूरथला जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें सक्रिय हैं।
अभी तक कुल 1,312 गांव प्रभावित हुए हैं। इनमें अमृतसर के 93, गुरदासपुर के 324, कपूरथला के 123, फिरोजपुर के 107 और तरनतारन के 45 गांव प्रमुख हैं।
ताजा बारिश का हाल
रविवार को भी सुबह चार बजे से शाम पांच बजे तक कई जिलों में भारी बारिश हुई। पटियाला में 80.7 मिमी, अमृतसर में 78.9 मिमी, एसबीएस नगर में 66 मिमी और लुधियाना में 50.7 मिमी बारिश दर्ज की गई।
स्थिति को देखते हुए प्रशासन और राहत टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं। लेकिन बाढ़ से जूझ रहे लोगों को फिलहाल जल्द राहत के संकेत नहीं मिल रहे।