Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तरी भारत और राजस्थान के बीच यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार चंडीगढ़ और उदयपुर के बीच एक नई सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन को रेलवे बोर्ड से हरी झंडी मिल गई है। यह सीधी ट्रेन कनेक्टिविटी दोनों शहरों के बीच यात्रा को न केवल सुविधाजनक बनाएगी, बल्कि पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा देगी।
रेलवे बोर्ड द्वारा इस नई ट्रेन के प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद, चंडीगढ़ और उदयपुर के बीच सीधी सुपरफास्ट रेल सेवा की शुरुआत का मार्ग प्रशस्त हो गया है। हालांकि, ट्रेन की संचालन तिथि अभी घोषित नहीं की गई है, लेकिन यह उम्मीद की जा रही है कि बहुत जल्द ही इस नई सेवा को शुरू करने की तैयारी की जाएगी। एक बार औपचारिक तिथि तय हो जाने के बाद, ट्रेन का समय, मार्ग और किराए संबंधी जानकारी सार्वजनिक कर दी जाएगी।
यह ट्रेन विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए वरदान साबित होगी जो पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश से राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र की ओर यात्रा करते हैं। उदयपुर, जिसे 'झीलों के शहर' के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। वहीं, चंडीगढ़ एक बड़ा प्रशासनिक और शैक्षणिक केंद्र है। इस सीधी रेल लिंक से छात्रों, व्यापारियों और पर्यटकों को काफी लाभ मिलेगा, जिससे दोनों क्षेत्रों के बीच आवागमन आसान हो जाएगा।
यह कदम रेलवे की यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी और सुविधा प्रदान करने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। इससे यात्रा का समय कम होने, आरामदायक सफर मिलने और सड़क मार्ग पर दबाव कम होने की उम्मीद है। स्थानीय उद्योगों, विशेषकर पर्यटन क्षेत्र, को इस नई सेवा से बढ़ावा मिलेगा।
यात्री संघ और स्थानीय जनता लंबे समय से इस सीधी ट्रेन की मांग कर रहे थे। अब जब इसे मंजूरी मिल गई है, तो सभी को बेसब्री से इसके जल्द से जल्द शुरू होने का इंतजार है। यह भारतीय रेलवे के नेटवर्क विस्तार और कनेक्टिविटी में सुधार की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।



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