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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तर प्रदेश में जारी मूसलाधार बारिश ने राज्य भर में तबाही मचा रखी है। कई जिलों में सड़कों का हाल तालाब जैसा हो गया है, घरों में पानी भर गया है, जर्जर भवन गिर रहे हैं और दुर्भाग्यवश, जनहानि भी हो रही है। नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिससे कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, कई जिलों में स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है।

कानपुर, इटावा और कानपुर देहात में बिगड़े हालात

सोमवार को भारी बारिश के कारण कानपुर, इटावा, कानपुर देहात सहित कई जिलों में स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई। शहरों की मुख्य सड़कें जलमग्न हो गईं, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। किदवई नगर, यशोदा नगर, गोविंदनगर जैसे इलाकों में घरों में पानी घुस गया, जिससे लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

सड़कों पर जलभराव और यातायात बाधित

लगातार हो रही बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव की समस्या गंभीर हो गई है। इससे वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है। जलभराव में वाहन बंद पड़ रहे हैं, जिससे जगह-जगह लंबा जाम लग गया है। कई लोगों को अपनी गाड़ियों को धक्का देकर निकालना पड़ रहा है।

बारिश के कारण हुए हादसे: 12 मौतें, बच्चों सहित कई घायल

प्रदेश में बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि पांच बच्चे घायल हुए हैं। जाजमऊ में मिट्टी धंसने से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई, वहीं घाटमपुर में दीवार गिरने से सात साल के बच्चे की मौत हो गई। फर्रुखाबाद में मकान का छज्जा गिरने से पांच बच्चे घायल हुए, जबकि सजेती थाना क्षेत्र में कच्ची छत गिरने से एक 80 वर्षीय महिला की जान चली गई।

मौसम विभाग का अलर्ट: अगले 48 घंटे भारी

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की चेतावनी जारी की है। लखनऊ, कानपुर, बाराबंकी, अयोध्या, सुल्तानपुर, उन्नाव, कन्नौज और हरदोई जैसे जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का भी अलर्ट है। इस मौसम को देखते हुए, 46 जनपदों में अलर्ट जारी किया गया है, और प्रशासन को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।

स्कूलों में छुट्टी का आदेश

भारी बारिश और जलभराव के कारण बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, लखनऊ, प्रयागराज, सीतापुर, सुल्तानपुर, अयोध्या, रायबरेली, अमेठी, और अंबेडकर नगर सहित कई जिलों में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है। यह आदेश कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों पर लागू है।

राहत और बचाव कार्य जारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय बैठक की और जिलाधिकारियों को बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। NDRF, SDRF और PAC की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। प्रभावित इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और राहत सामग्री वितरित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने बड़ी नावों के इस्तेमाल और जर्जर भवनों में रह रहे लोगों को तत्काल राहत शिविरों में स्थानांतरित करने के आदेश दिए हैं।