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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इवि) में इस बार 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह का दृश्य बेहद खास रहा। विज्ञान संकाय परिसर में भारतीय सेना द्वारा विश्वविद्यालय को भेंट किया गया ऐतिहासिक टी-55 टैंक सभी की नज़रों का केंद्र बना।

यह टैंक भारत की सैन्य ताकत और गौरव का प्रतीक है। 1960 के दशक के अंत में भारतीय थल सेना के पास आए इस टैंक ने 1971 के भारत-पाक युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी। उस युद्ध में इस टैंक ने अपनी बहादुरी और ताकत का प्रदर्शन कर देश की सीमाओं की रक्षा में योगदान दिया था।

कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने कहा कि यह टैंक आने वाली पीढ़ियों को भारतीय वीरता और साहस की याद दिलाएगा। उनके अनुसार, यह केवल सैन्य धरोहर नहीं बल्कि विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। जब युवा इस टैंक को देखेंगे तो उन्हें यह समझ आएगा कि देश की आज़ादी और सुरक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं, बल्कि यह साहस, बलिदान और कर्तव्यनिष्ठा से जुड़ा हुआ जीवंत इतिहास है।

ध्वजारोहण के बाद कुलपति ने छात्रों को संदेश दिया कि वे अपनी सृजनात्मकता और नवाचार के माध्यम से देश की प्रगति में योगदान दें। उन्होंने कहा कि नई सोच और खोज ही भारत को भविष्य में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।

समारोह के दौरान विश्वविद्यालय के सभी परिसरों में “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत पौधरोपण भी किया गया। इस पहल में डीन कॉलेज डेवलपमेंट प्रो. एनके शुक्ल, विज्ञान संकाय के डीन प्रो. एस. आई. रिज़वी सहित कई शिक्षक और अधिकारी शामिल हुए और विभिन्न पौधे लगाए।