
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : कानपुरवासियों के लिए यह वाकई एक गर्व का क्षण है! केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी 'स्वच्छ सर्वेक्षण-2024' की ताजा रैंकिंग में औद्योगिक शहर कानपुर ने देशभर के बड़े शहरों में 13वां स्थान हासिल कर एक बड़ी छलांग लगाई है। यह शहर के नगर निगम, सफाई कर्मियों और सबसे बढ़कर यहां की जागरूक जनता के निरंतर प्रयासों का ही परिणाम है, जिसकी सराहना केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने भी की है।
कानपुर नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार, इस उल्लेखनीय सुधार के पीछे महापौर, नगर आयुक्त और सभी स्वच्छता से जुड़े कर्मचारियों का अथक परिश्रम है। जहां पहले शहर की कई कॉलोनियां और प्रमुख बाजार कचरा और गंदगी से पटे रहते थे, वहीं अब उनमें काफी सुधार देखने को मिला है। डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण प्रणाली को मजबूत किया गया, प्रमुख कचरा स्थलों (गारबेज वल्नरेबल पॉइंट्स) को खत्म कर दिया गया और जगह-जगह सफाई अभियान चलाए गए।
नागरिकों की भूमिका और भविष्य की योजना:
इस सफलता में नागरिकों की सहभागिता बेहद महत्वपूर्ण रही है। स्वच्छता से जुड़े मुद्दों पर ऑनलाइन फीडबैक और शिकायतें लगातार ली गईं और उन पर त्वरित कार्रवाई की गई। लोगों ने भी स्वच्छता को लेकर अपनी जिम्मेदारी बखूबी समझी।
अब नगर निगम का लक्ष्य इससे भी बड़ा है। नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जी.एन. ने बताया कि महापौर के साथ मिलकर अगले साल 'स्वच्छ सर्वेक्षण' में कानपुर को देश के शीर्ष 5 स्वच्छ शहरों में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (Solid Waste Management), गीले और सूखे कचरे के पृथक्करण और उनके सही निस्तारण पर विशेष जोर दिया जाएगा। साथ ही, जन जागरूकता अभियान भी निरंतर चलाए जाएंगे ताकि स्वच्छता केवल एक सर्वेक्षण का लक्ष्य न रहे, बल्कि जनजीवन का अभिन्न अंग बन जाए।
कानपुर की यह उपलब्धि न केवल उसकी छवि सुधारती है, बल्कि 'ईज ऑफ लिविंग' (जीवन की सुगमता) में भी सुधार का संकेत है, जो सीधे तौर पर नागरिकों के स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता से जुड़ा है।