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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : जिले में पिछले कुछ समय से, खासकर पुवायां, बंडा, खुटार, निगोही, और मीरानपुर कटरा जैसे क्षेत्रों में, ड्रोन को लेकर तरह-तरह की अफवाहें तेजी से फैल रही थीं। लोगों के बीच यह डर बैठ गया था कि ड्रोन का इस्तेमाल चोरी जैसे अपराधों को अंजाम देने के लिए किया जा रहा है। इन अफवाहों ने न केवल आम जनता में भ्रम और भय का माहौल पैदा किया, बल्कि कई जगहों पर तो इसने भीड़ को हिंसक भी बना दिया, जहाँ बंडा, मीरानपुर कटरा समेत कई इलाकों में संदेह के आधार पर लोगों की पिटाई तक की गई। इस गंभीर स्थिति पर संज्ञान लेते हुए, जिलाधिकारी (DM) धर्मेंद्र प्रताप सिंह और पुलिस अधीक्षक (SP) राजेश द्विवेदी ने ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

अफवाह फैलाने वालों पर होगी गैंगस्टर और रासुका के तहत कार्रवाई

जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि ड्रोन संबंधी किसी भी प्रकार की झूठी अफवाह फैलाना या उसे बढ़ावा देना अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि ड्रोन उड़ने को लेकर किसी भी तरह की झूठी खबर फैलाने वालों और इस अफवाह को फैलने देने वालों के खिलाफ न केवल कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी, बल्कि ऐसे असामाजिक तत्वों पर गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (RASUKA - राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) जैसे कड़े कानूनों के तहत मुकदमा दर्ज कर सख्त से सख्त दंड दिलाया जाएगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की गतिविधियां न केवल गैरकानूनी हैं, बल्कि ये समाज में अशांति, भय और भ्रम फैलाती हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।

ड्रोन उड़ाने के लिए प्रशासन की अनुमति अनिवार्य

जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया है कि पूर्व अनुमति के बिना किसी भी प्रकार के ड्रोन (Drone) को उड़ाना पूर्णतया प्रतिबंधित (prohibited) है। ड्रोन का प्रयोग करने वाले व्यक्ति के लिए यह अनिवार्य है कि वह पहले जिला प्रशासन से आवश्यक अनुमति प्राप्त करे और संबंधित थाने को भी इसकी पूर्व सूचना दे। इस नियम का उल्लंघन करने पर, या माहौल को खराब करने के उद्देश्य से किसी भी प्रकार की गतिविधि करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जो लोग कानून को अपने हाथों में लेने का प्रयास करेंगे, उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

पुलिस टीमों की जांच में ड्रोन मिलने का कोई सबूत नहीं

पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि जिले में ड्रोन की अफवाहों पर पुलिस टीमों द्वारा अब तक 13 अलग-अलग स्थानों पर जाकर जांच की गई है, लेकिन कहीं भी इस तरह के किसी संदिग्ध ड्रोन के इस्तेमाल का कोई सबूत नहीं मिला है। कुछ स्थानों पर खिलौने वाले ड्रोन (toy drones) उड़ाए जाने की बात सामने आई है, जिन्हें लेकर लोग भ्रमित हो गए। उन्होंने यह भी साफ किया कि शादी समारोह (wedding ceremonies) जैसे विशेष आयोजनों को छोड़कर, कहीं भी बिना अनुमति के ड्रोन का प्रयोग स्वीकार्य नहीं है।

सुरक्षा समितियों को किया गया सक्रिय, अराजक तत्वों पर भी नज़र

इस मुद्दे पर गंभीरता से काम करने के लिए, ग्राम सुरक्षा समितियों (Gram Suraksha Samiti) को भी सक्रिय कर दिया गया है। पुलिस की टीमें इन अफवाहों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं और संभावित अराजक तत्वों (troublemakers) के बारे में भी लगातार जानकारी जुटाई जा रही है। प्रशासन का लक्ष्य है कि ड्रोन के संबंध में फैलाई जा रही किसी भी गलत सूचना पर अंकुश लगाया जा सके और शांति एवं कानून व्यवस्था (peace and law and order) को बनाए रखा जा सके।