
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : तमिलनाडु के करूर में टीवीके की राजनीतिक रैली के दौरान हुई भीड़ भगदड़ ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। इस दुखद घटना में अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें 8 बच्चे और 16 महिलाएं शामिल हैं। मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना भी जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए खुद करूर जाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में भर्ती सभी मरीजों को सबसे बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
सीएमओ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि स्कूल शिक्षा मंत्री और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री को तुरंत करूर भेजा गया है। साथ ही त्रिची, सलेम और डिंडीगुल के जिला कलेक्टरों को भी चिकित्सा टीमों के साथ राहत कार्यों के लिए भेजा गया है।
मृतकों के परिवारों के लिए राहत पैकेज
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को मुख्यमंत्री जन राहत कोष से 10-10 लाख रुपये देने का आदेश दिया है। वहीं, अस्पतालों में इलाज करा रहे प्रत्येक मरीज को 1 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
जांच की जाएगी गहराई से
इस हादसे की पूरी जांच करने के लिए सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय की न्यायाधीश, न्यायमूर्ति अरुणा जगदीशन की अध्यक्षता में एक सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया जाएगा। आयोग पूरी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा और हादसे की जिम्मेदारियों का पता लगाएगा।
तमिलनाडु के इस करूर हादसे ने न केवल स्थानीय जनता को बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया है। लोगों की सुरक्षा और राजनीतिक कार्यक्रमों में व्यवस्था पर अब सवाल खड़े हो गए हैं।