
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : गणेश महोत्सव आज से शुरू हो गया है। इस साल यह पर्व 27 अगस्त गणेश चतुर्थी से 6 सितंबर अनंत चतुर्दशी तक मनाया जाएगा। गणेश चतुर्थी के दिन घरों और मंदिरों में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस 10 दिवसीय उत्सव के दौरान मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा की पूजा करना अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। आइए जानते हैं गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है और इसकी स्थापना की उचित विधि क्या है।
गणेश चतुर्थी - 27 अगस्त 2025
गणेश चतुर्थी पर स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजे के बाद ही है। ऐसे में आप इससे पहले शुभ चौघड़िया मुहूर्त में गणपति को घर ला सकते हैं। इस गणेश प्रतिमा को घर लाकर उनकी पूजा करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं और एक नई शुरुआत का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
गणेश पूजा और स्थापना का शुभ मुहूर्त
इस शुभ मुहूर्त में स्थापना करें।
भगवान गणेश का जन्म मध्याह्न काल में हुआ था, इसलिए मध्याह्न का समय गणेश पूजा के लिए अधिक उपयुक्त माना जाता है।
गणपति स्थापना मुहूर्त - सुबह 11:05 बजे से दोपहर 1:40 बजे तक
मूर्ति स्थापना के लिए सर्वोत्तम दिशा
मूर्ति खरीदने के साथ-साथ उसकी स्थापना भी एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है और उसे सही दिशा और स्थान पर स्थापित करना आवश्यक है।
ईशान कोण - ईशान कोण यानि उत्तर-पूर्व दिशा को घर में सबसे शुभ और पवित्र स्थान माना जाता है।
गणेश चतुर्थी पर घर में गणपति की मूर्ति स्थापित करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। हमेशा पर्यावरण के अनुकूल मिट्टी की मूर्ति चुनें, जिसकी सूंड दाईं ओर मुड़ी हो और बैठी हुई मुद्रा में हो। मूर्ति स्थापित करने के बाद, विसर्जन से पहले उसे वहाँ से हिलाना नहीं चाहिए। पूजा का स्थान हमेशा ब्रह्म स्थान, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। जब तक बप्पा घर पर हों, घर को खाली न रखें और मांसाहारी भोजन का सेवन न करें। मूर्ति खरीदते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि वह खंडित न हो।