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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS) 2025 गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय व्यापार का जीवंत मंच बन गया। आयोजन स्थल पर देशी व्यापारियों और विदेशी खरीदारों की हलचल ने इसे एक अंतरराष्ट्रीय बाजार की असली तस्वीर बना दिया। हर स्टॉल पर न केवल उत्पादों की प्रदर्शनी थी, बल्कि व्यापार और सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा भी लगातार चल रही थी।

कुछ विदेशी प्रतिनिधि परिधानों और कालीनों को देख कर प्रभावित हुए, तो कुछ आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स स्टॉल पर साझेदारी के नए अवसर तलाशते रहे। ऐसा लग रहा था कि उत्तर प्रदेश ने अपनी परंपरा और आधुनिक उद्योग को एक ही छत के नीचे सजा दिया हो।

विदेशी खरीदारों का आकर्षण – देशी उत्पाद

प्रदेश के 75 जिलों से आए 2250 से अधिक प्रदर्शकों ने अपने उत्पादों और कला का प्रदर्शन किया। भदोही के कालीन, मुरादाबाद के पीतल उद्योग, फर्रुखाबाद की जरी-जरदोज़ी और फिरोजाबाद के ग्लासवर्क ने विदेशी खरीदारों का ध्यान खींचा। वहीं आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर सेक्टर में भी विदेशी प्रतिनिधियों की अच्छी-खासी भीड़ रही।

ओडीओपी (One District One Product) पवेलियन का आकर्षण सबसे ज्यादा था। यहां जिलों की पारंपरिक पहचान को अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़ने की कोशिशों ने सबका ध्यान खींचा।

पीएम मोदी ने बताया उत्तर प्रदेश की संभावनाएं

उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब अद्भुत संभावनाओं वाला प्रदेश बन चुका है। उन्होंने एक्सप्रेसवे और एयरपोर्ट की क्रांति को यूपी में निवेश के बढ़ते आकर्षण का कारण बताया। पीएम ने ओडीओपी की विशेषता बताते हुए कहा कि जिलों के उत्पादों की एक कैटलॉग ही अब अंतरराष्ट्रीय मेहमानों के लिए काफी है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे “अंत्योदय से राष्ट्रोदय” की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने बताया कि सीएम युवा उद्यमी योजना के तहत अब तक 90,000 से अधिक युवाओं ने अपने व्यवसाय की शुरुआत की है, वहीं विश्वकर्मा श्रम सम्मान और ओडीओपी के माध्यम से लाखों कारीगरों को प्रशिक्षण और बाजार मिला है।

देशी व्यापारी और विदेशी खरीदारों की बातचीत

ट्रेड शो का सबसे बड़ा आकर्षण रहा देशी व्यापारी और विदेशी खरीदारों के बीच संवाद। कालीन निर्यातकों और विदेशी प्रतिनिधियों ने नए करार और साझेदारी की संभावनाओं पर चर्चा की। इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर सेक्टर में निवेश के अवसरों पर भी बातचीत हुई।

विदेशी खरीदार परिधानों और हस्तशिल्प में गहरी रुचि दिखाते रहे। भारतीय परिधान पहनकर उन्होंने उत्पादों का अनुभव किया, पारंपरिक मिठाइयों का स्वाद लिया। पूरा माहौल वास्तव में एक अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला जैसा जीवंत रहा।

यूपी बनेगा विकसित भारत का ग्रोथ इंजन

मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश अब 77 जीआई टैग उत्पादों के साथ देश का शीर्ष जीआई कैपिटल बन चुका है। 75 नए उत्पादों को जोड़ने की प्रक्रिया भी जारी है। आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर और रक्षा उद्योग में तेजी से निवेश हो रहा है, जिससे यूपी विकसित भारत का ग्रोथ इंजन बनेगा।

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री दोनों ने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि यूपी में निवेश करना एक “विन-विन” स्थिति है। बेहतर कानून व्यवस्था, सड़क, रेल, हवाई और जलमार्ग कनेक्टिविटी ने इसे वैश्विक व्यापार और निवेश के लिए आकर्षक केंद्र बना दिया है।

लोकल से ग्लोबल – उत्तर प्रदेश का नया संदेश

UPITS 2025 ने स्पष्ट संदेश दिया कि उत्तर प्रदेश अब सिर्फ परंपरागत शिल्प का नहीं, बल्कि आधुनिक उद्योग और स्टार्टअप्स का भी वैश्विक केंद्र है। देशी व्यापारियों और विदेशी खरीदारों के बीच हुए संवादों ने साबित कर दिया कि लोकल टू ग्लोबल की यात्रा का नेतृत्व अब उत्तर प्रदेश कर रहा है।