
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : लुधियाना पश्चिमी विधानसभा सीट के उपचुनाव की तारीख कभी भी घोषित की जा सकती है। निर्वाचन आयोग ने चुनाव अधिकारियों को संकेत दे दिए हैं कि आगामी मंगलवार या बुधवार को उपचुनाव की घोषणा हो सकती है। किसी विधानसभा सीट के खाली होने के छह महीने के भीतर चुनाव कराने का प्रावधान है, जिसे देखते हुए आयोग यह कदम उठा रहा है।
यह सीट आम आदमी पार्टी के विधायक गुरप्रीत गोगी के निधन के बाद से खाली है। गुरप्रीत गोगी का निधन 11 जनवरी को हुआ था, और इस सीट को खाली हुए अब चार महीने से अधिक समय बीत चुका है। भारत-पाक के बीच तनावपूर्ण स्थिति के दौरान यह आशंका जताई जा रही थी कि उपचुनाव स्थगित किया जा सकता है, लेकिन अब हालात सामान्य होने के बाद चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं।
चुनाव प्रक्रिया में कम से कम 21 दिन का समय निर्धारित है, जिसमें नामांकन, जांच, नाम वापसी और प्रचार का समय शामिल है।
इस उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने पहले ही राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को मैदान में उतार दिया है और चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। हालांकि पार्टी के पास वर्तमान में 94 विधायक हैं और एक सीट जीतने से कोई विशेष अंतर नहीं पड़ेगा, लेकिन संजीव अरोड़ा के जीतने पर राज्यसभा की एक सीट खाली होगी, जिस पर पार्टी के किसी वरिष्ठ नेता को राज्यसभा में भेजा जा सकता है।
कांग्रेस ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को उम्मीदवार बनाया है, जबकि शिरोमणि अकाली दल ने परोपकार सिंह घुम्मण पर भरोसा जताया है। दिलचस्प है कि भाजपा ने अब तक कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, जबकि लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार विजयी रहा था।