
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों को फिर से स्थापित करने के प्रयास जारी हैं। इसी संदर्भ में, व्यापार समझौते के लिए नियुक्त अमेरिकी राजदूत ने भारत में सभी हितधारकों के साथ बैठक की, जो अत्यंत उपयोगी साबित हुई।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर बड़ी अपडेट
समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक सूत्र ने बताया कि भारतीय टीम अमेरिका में है। वे यह देखने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या हम दोनों पक्षों के लिए कोई समझौता कर सकते हैं। गहन चर्चा चल रही है। सूत्र ने कहा, "अमेरिका को भारत का निर्यात बढ़ रहा है और आगे भी जारी रह सकता है। 45% निर्यात अभी भी टैरिफ़ कवरेज से बाहर हैं।"
एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका का दौरा करेगा
इस हफ़्ते, एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल व्यापार समझौते पर बातचीत में तेज़ी लाने के लिए अमेरिका का दौरा करेगा। पिछले महीने, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल न्यूयॉर्क गया था, जिसके बाद दोनों पक्ष पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते की दिशा में बातचीत तेज़ करने पर सहमत हुए थे।
ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इंस्टीट्यूट (GTRI) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वाशिंगटन भारत के साथ द्विपक्षीय वार्ता में तेज़ी लाने का इच्छुक है। रिपोर्ट के अनुसार, दुर्लभ खनिजों पर चीन के नियंत्रण और बढ़ते अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध ने वाशिंगटन को अपने सहयोगियों के साथ अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है।
वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल गुरुवार (16 अक्टूबर, 2025) को व्यापार वार्ता के लिए अमेरिका में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ शामिल होंगे। इस बैठक के दौरान, भारत ने अमेरिका से ऊर्जा आयात बढ़ाने की योजना का संकेत दिया है। पिछले सात-आठ वर्षों में, अमेरिका से ऊर्जा खरीद, मुख्यतः कच्चा तेल, 25 अरब डॉलर से घटकर लगभग 12-13 अरब डॉलर रह गई है।
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध सुधर रहे हैं। अमेरिका द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता रुका हुआ था। लेकिन अब इसमें प्रगति देखी जा रही है। हाल ही में एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल दिल्ली आया था। इसी हफ़्ते एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल भी अमेरिका जा रहा है। जिससे संकेत मिलते हैं कि भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर हो जाएँगे।