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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब सरकार ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब अमृतसर की वॉल्ड सिटी, तलवंडी साबो और श्री आनंदपुर साहिब—जहाँ सिख पंथ के तख्त साहिबान स्थित हैं—को आधिकारिक रूप से पवित्र शहर का दर्जा दे दिया गया है।

नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि श्रद्धालु वर्षों से इन शहरों को पवित्र शहर घोषित करने की मांग कर रहे थे। पंजाब में सिखों के पांच तख्तों में से तीन—श्री अकाल तख्त साहिब (अमृतसर), तख्त श्री दमदमा साहिब (तलवंडी साबो) और तख्त श्री केसगढ़ साहिब (श्री आनंदपुर साहिब)—इन्हीं शहरों में स्थित हैं। इसलिए यह फैसला पंजाब के धार्मिक और सांस्कृतिक इतिहास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

दोनों नेताओं ने बताया कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित कार्यक्रमों के दौरान पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र श्री आनंदपुर साहिब की पवित्र धरती पर आयोजित किया गया। इस मौके पर गुरु साहिब की मानवता, धार्मिक स्वतंत्रता और मानव अधिकारों की रक्षा के लिए दिए गए अद्वितीय बलिदान को याद किया गया।

उन्होंने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब ने जिस भूमि पर श्री आनंदपुर साहिब बसाया, वह आज भी सिख इतिहास का गौरव है। यहीं गुरु गोबिंद सिंह जी ने लगभग 30 वर्ष बिताए और इसी पवित्र शहर में खालसा पंथ की स्थापना की। गुरु साहिब के तीन साहिबजादों का जन्म भी यही हुआ था, जिनकी अमर कुर्बानी दुनिया भर में मिसाल मानी जाती है।

पवित्र शहरों में मांस, शराब, तंबाकू पर पूर्ण प्रतिबंध

सरकार ने घोषणा की कि पवित्र शहर घोषित किए गए इन तीनों नगरों में अब मांस, शराब, तंबाकू और सभी प्रकार के नशीले पदार्थों की बिक्री व उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। मान और केजरीवाल ने कहा कि ये केवल धार्मिक स्थल नहीं बल्कि पंजाब की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा हैं, इसलिए इनकी गरिमा बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।

पंजाब विधानसभा ने प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया

मुख्यमंत्री ने विधानसभा में इस संबंध में प्रस्ताव पेश किया, जिसे सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया। सरकार का कहना है कि इन शहरों के विकास, स्वच्छता, सुरक्षा और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाएं तैयार की जाएंगी, और इसके लिए बजट का प्रावधान भी किया जाएगा। केंद्र सरकार से भी सहायता मांगी जाएगी, ताकि आगामी पीढ़ियों के लिए इन स्थानों की विरासत सुरक्षित रह सके।

साथ ही इन पवित्र शहरों में सभी धर्मों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एक सर्व-धर्म समिति भी बनाई जाएगी, जिसमें विभिन्न धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

गुरु तेग बहादुर जी को समर्पित समारोह

सीएम मान ने कहा कि पंजाब सरकार ने नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहादत को याद करते हुए प्रदेशभर में बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए हैं। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब की कुर्बानी अद्वितीय है—क्योंकि उन्होंने अपने धर्म के लिए नहीं, बल्कि दूसरे धर्म की रक्षा के लिए प्राण न्योछावर किए।

मुख्यमंत्री ने लोगों को अपील की कि गुरु साहिब की शिक्षा—मानवता, एकता और भाईचारे—को जीवन में अपनाएं। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब की विरासत आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचे, यही इन समारोहों का उद्देश्य है।

अंत में मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पवित्र शहरों में व्यापक प्रबंध कर रही है, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के दर्शन कर सकें।