img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड आर. मार्कोस जूनियर भारत और फिलीपींस के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भारत की 5 दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच रक्षा, व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को मज़बूत करना है। फिलीपींस भारत की शक्तिशाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल प्रणाली खरीदने वाला पहला देश है, जो इस यात्रा के महत्व को और बढ़ा देता है।

यह यात्रा भारत की एक्ट ईस्ट नीति और हिंद-प्रशांत रणनीति के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। विशेष रूप से, समुद्री सुरक्षा और रक्षा सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। राष्ट्रपति मार्कोस 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और 8 अगस्त को भारत से रवाना होने से पहले बेंगलुरु भी जा सकते हैं।

ब्रह्मोस मिसाइल और रक्षा सहयोग

फिलीपींस भारत की शक्तिशाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली खरीदने वाला पहला देश बन गया है। मिसाइल की पहली खेप 19 अप्रैल, 2024 को फिलीपींस को सौंपी गई। इस यात्रा के दौरान रक्षा सहयोग, विशेष रूप से समुद्री सुरक्षा पर केंद्रित, को और मज़बूत करने के लिए एक नए समझौते पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। यह कदम हिंद महासागर और प्रशांत क्षेत्र में भारत की भूमिका को और मज़बूत करेगा।

मुलाक़ात कार्यक्रम

राष्ट्रपति मार्कोस 4 अगस्त, 2025 को नई दिल्ली पहुँचेंगे। 5 अगस्त को वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे, जिसमें रक्षा, व्यापार, ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी। इसके अलावा, वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलेंगे। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर भी उनसे मिलेंगे। 8 अगस्त को भारत रवाना होने से पहले राष्ट्रपति मार्कोस बेंगलुरु भी जा सकते हैं।

भारत की एक्ट ईस्ट नीति में फिलीपींस का महत्व

भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि फिलीपींस भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी', 'विज़न ओशन' और 'इंडो-पैसिफिक स्ट्रैटेजी' में एक महत्वपूर्ण साझेदार है। दोनों देशों के संबंध न केवल राजनीतिक और सामरिक हितों पर आधारित हैं, बल्कि गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर भी आधारित हैं। उदाहरण के लिए, फिलीपींस की तागालोग भाषा में संस्कृत के कई शब्द हैं, जो उनके सदियों पुराने संबंधों को दर्शाता है।