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Prabhat Vaibhav, Digital Desk : बिहार की राजनीति में एक अहम मोड़ देखने को मिला जब शुक्रवार को आयोजित एक मिलन समारोह में कई नामचीन डॉक्टरों ने विकासशील इंसान पार्टी (VIP) का दामन थामा। बिहार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के उपाध्यक्ष और जेडीयू के पूर्व नेता डॉ. सुनील कुमार सिंह ने अपने समर्थकों के साथ वीआईपी की सदस्यता ली।

उन्हीं के साथ डॉ. अमिताभ सिन्हा और हम पार्टी के महासचिव डॉ. विनोद कुमार ने भी वीआईपी पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर इसे अपना राजनीतिक ठिकाना बनाया। वीआईपी पार्टी के संस्थापक और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने सभी नए सदस्यों को पार्टी में शामिल किया और गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।

सभी वर्गों का विश्वास जीत रही है वीआईपी

इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति, अर्जुन सहनी, सुमन सहनी और सुनील निषाद समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि वीआईपी अब सभी जातियों और वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाली पार्टी बन गई है। उन्होंने दावा किया कि शिक्षित और जागरूक लोग अब वीआईपी की नीतियों को पसंद कर रहे हैं, जो पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता का प्रमाण है।

नई ऊर्जा से मजबूत हुई वीआईपी पार्टी

मुकेश सहनी ने कहा कि डॉ. सुनील सिंह और अन्य डॉक्टरों के शामिल होने से पार्टी को नई ऊर्जा मिली है और यह साबित होता है कि बुद्धिजीवी वर्ग भी अब बदलाव चाहता है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार सरकार के पास कोई स्पष्ट विजन नहीं है और नीतीश कुमार केवल सत्ता से चिपके रहना चाहते हैं।

मरीजों के लिए लाएंगे मजबूत नीति

उन्होंने यह भी कहा कि आज मरीजों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से जिला अस्पताल होते हुए सीधे पटना रेफर कर दिया जाता है, लेकिन सरकार को उनकी कोई फिक्र नहीं। उन्होंने वादा किया कि अगर महागठबंधन की सरकार बनी तो ऐसी नीति बनाई जाएगी जिसमें सरकार मरीज को रेफर के बाद सही अस्पताल और बेड तक पहुंचाने की जिम्मेदारी लेगी।

‘नए बिहार’ का वादा

पूर्व मंत्री ने कहा कि महागठबंधन एक नए विजन के साथ चुनाव में उतरेगा, जो 'नए बिहार' का सपना लेकर चलेगा और उसे हकीकत में बदलेगा। उन्होंने मुजफ्फरपुर की एक रेप पीड़िता का भी जिक्र किया और कहा कि ऐसी घटनाएं इस सरकार की संवेदनहीनता को दिखाती हैं।

डॉ. सुनील सिंह ने बताई वीआईपी की खासियत

डॉ. सुनील कुमार सिंह ने पार्टी जॉइन करने के बाद कहा कि मुकेश सहनी का समर्पण और उनके पास मौजूद कार्ययोजना उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाती है। चाहे वो शिक्षा हो, पलायन की समस्या हो या स्वास्थ्य व्यवस्था—हर क्षेत्र में वीआईपी के पास समाधान है।

उन्होंने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत किसी से छिपी नहीं है और अब बदलाव जरूरी है। उन्होंने भरोसा जताया कि महागठबंधन की सरकार बनने पर बिहार तरक्की की राह पर तेज़ी से आगे बढ़ेगा।