
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का कायाकल्प हो चुका है। अब यह एयरपोर्ट न सिर्फ विशाल और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, बल्कि इसमें बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक झलक भी देखने को मिलेगी। नए टर्मिनल का क्षेत्रफल 65 हजार वर्गफीट हो गया है, जो पहले की तुलना में कई गुना बड़ा है।
यहां 1200 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक टर्मिनल भवन का निर्माण हुआ है, जिसमें आगमन (Arrivals) और प्रस्थान (Departures) के लिए अलग-अलग मंजिलें निर्धारित की गई हैं। पांच एयरोब्रिज, 64 चेक-इन काउंटर, मल्टीलेवल पार्किंग, ट्रेवलेटर और रीक्लाइनिंग सीट्स जैसी आधुनिक सुविधाएं यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव देंगी।
29 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस नए टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे और 5 जून से यात्रियों का आवागमन शुरू हो जाएगा। पुराना टर्मिनल भवन अब विमानों के लिए पार्किंग-बे में तब्दील किया जाएगा, जहां 11 विमान खड़े हो सकेंगे।
इसके अलावा, एयरपोर्ट का इंटीरियर भी खास होगा — जैसे ही यात्री विमान से उतरकर टर्मिनल में प्रवेश करेंगे, उन्हें छठ महापर्व, भगवान बुद्ध और मधुबनी पेंटिंग्स जैसी बिहार की सांस्कृतिक धरोहरों की सुंदर झलक मिलेगी।