img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : सितंबर 2023 की आपदा के दौरान गौलापार-चोरगलिया सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस मार्ग की मरम्मत और चौड़ीकरण का कार्य लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) द्वारा किया जा रहा है। वहीं, गौला नदी के तेज बहाव से सड़क को बचाने के लिए सिंचाई विभाग को सुरक्षा दीवार बनानी थी, लेकिन बजट अभाव के कारण वह कार्य अब तक शुरू नहीं हो सका है। अब हालात को देखते हुए लोनिवि खुद सुरक्षा कार्य कराने की तैयारी कर रहा है।

लोनिवि ने आपदा मद से 1.80 करोड़ रुपये के बजट की मांग करते हुए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। लेकिन चिंता की बात यह है कि सिर्फ 15 दिन में मानसून शुरू हो सकता है। ऐसे में सुरक्षा दीवार का कार्य तीन महीने में पूरा होगा, तब तक भारी बारिश से नई सड़क को नुकसान पहुंचने की आशंका है।

चोरगलिया मार्ग पर 1.48 करोड़ रुपये की लागत से 10 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जा रही है, जिससे गौलापार, चोरगलिया और सितारगंज की ओर आवाजाही आसान हो जाएगी। लेकिन यदि नदी के कटाव से सुरक्षा नहीं मिली, तो पहले की तरह इस बार भी सड़क का बड़ा हिस्सा बह सकता है।

गौला में इस बार पिछले साल से ज्यादा बहाव आने की आशंका है। सिंचाई विभाग ने सड़क सुरक्षा के लिए 29 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा है, लेकिन अब तक कोई बजट स्वीकृति नहीं मिली है। ऐसे में लोनिवि अब खुद ही 120 मीटर लंबी और 12 मीटर ऊंची रिटेनिंग वॉल बनाने जा रहा है।

हालांकि, अधिकारियों के मुताबिक इस कार्य को पूरा होने में तीन महीने का समय लगेगा, जबकि मानसून पहले ही आ जाएगा। इसलिए ये सुरक्षा कार्य समय पर पूरा नहीं हो पाएगा और सिर्फ औपचारिकता भर लगता है।

लोनिवि के अधिशासी अभियंता प्रत्यूष कुमार के अनुसार, कटाव को रोकने के लिए कुछ हद तक गौला में मलबा डालकर प्रयास किए जा सकते हैं, लेकिन जब तक पक्की सुरक्षा दीवार नहीं बनेगी, तब तक खतरा बना रहेगा।