
वेब सीरीज 'पंचायत' का तीसरा सीजन जहाँ खत्म हुआ, उसने दर्शकों के दिलों की धड़कनें बढ़ा दी हैं और उनके मन में सवालों का एक तूफान खड़ा कर दिया है। फुलेरा गांव की हल्की-फुल्की जिंदगी और गुदगुदाने वाली राजनीति अब एक गंभीर और खतरनाक मोड़ ले चुकी है। सीजन 3 का अंत एक ऐसे क्लिफहेंजर पर हुआ है कि अब हर कोई बेसब्री से सीजन 4 का इंतजार कर रहा है। आइए जानते हैं कि अगले सीजन में किन बड़े सवालों के जवाब मिलने की उम्मीद है।
1. क्या जिंदा बचेंगे प्रधानजी?
यह इस वक्त का सबसे बड़ा और दिल दहला देने वाला सवाल है। विधायक के गुंडों के साथ हुई झड़प में गोली प्रधानजी (रघुबीर यादव) को जा लगी। उन्हें लहूलुहान हालत में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी हालत क्या है, यह एक रहस्य है। अगला सीजन इसी सवाल से शुरू होगा कि क्या फुलेरा अपने प्रिय प्रधानजी को बचा पाएगा? अगर वह बच भी गए, तो क्या पहले की तरह सक्रिय रह पाएंगे? इस घटना का मंजू देवी और पूरे गांव पर क्या असर पड़ेगा, यह देखना अहम होगा।
2. क्या फुलेरा छोड़कर चले जाएंगे सचिव जी?
एक तरफ प्रधानजी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं, तो दूसरी तरफ हमारे सचिव जी, अभिषेक त्रिपाठी (जितेंद्र कुमार) का ट्रांसफर लेटर आ चुका है। उनका फुलेरा से जाना लगभग तय है। लेकिन क्या वह इस मुश्किल घड़ी में फुलेरा और प्रधान परिवार को अकेला छोड़कर जा पाएंगे? या फिर विधायक से बदला लेने के लिए वह अपना ट्रांसफर रुकवाने की कोशिश करेंगे? सचिव जी का फुलेरा में रुकना या जाना, सीरीज की पूरी कहानी को एक नई दिशा देगा।
3. सचिव-रिंकी की प्रेम कहानी का क्या होगा?
सचिव जी और रिंकी (सानविका) की धीरे-धीरे पनप रही प्रेम कहानी पर भी इस ट्रांसफर ने एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगा दिया है। दोनों के बीच की खामोश मोहब्बत अब तक गांव की सबसे प्यारी कहानी थी। लेकिन अब जब सचिव जी के जाने का समय आ गया है, तो क्या यह कहानी शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाएगी? या फिर यह मुश्किल घड़ी दोनों को एक-दूसरे के और करीब ले आएगी?
4. फुलेरा में अब होगी बदले की राजनीति!
अब तक फुलेरा की राजनीति में नोकझोंक और हंसी-मजाक था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। विधायक चंद्र किशोर सिंह (पंकज झा) का असली क्रूर चेहरा सामने आ चुका है और उसने प्रधान परिवार को सीधे तौर पर निशाना बनाया है। अब यह लड़ाई सिर्फ चुनाव की नहीं, बल्कि सम्मान और बदले की हो गई है। प्रहलाद, विकास और बनराकस जैसे किरदार इस लड़ाई में क्या भूमिका निभाएंगे? क्या पूरा फुलेरा गांव विधायक के आतंक के खिलाफ एकजुट हो पाएगा? अब यह 'गनपत' नहीं, बल्कि 'गन्स ऑफ फुलेरा' की कहानी बन गई है।
कुल मिलाकर, पंचायत का चौथा सीजन सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि बदले, न्याय और अपने लोगों के लिए लड़ने की एक गंभीर कहानी लेकर आएगा, जिसका इंतजार फैंस के लिए मुश्किल होता जा रहा है।