Prabhat Vaibhav,Digital Desk : कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं एक बार फिर बढ़ गई हैं। हिमांशी खुराना की हत्या के बाद, टोरंटो में गोलीबारी में 20 वर्षीय शिवंक अवस्थी की भी मौत हो गई। यह घटना टोरंटो विश्वविद्यालय के स्कारबोरो कैंपस (यूटीएससी) के पास घटी, जिससे भारतीय समुदाय में भय और आक्रोश दोनों फैल गए हैं।
टोरंटो पुलिस के अनुसार, यह घटना मंगलवार दोपहर 3:30 बजे हाईलैंड क्रीक ट्रेल और ओल्ड किंग्स्टन रोड के इलाके में घटी। गोली लगने के बाद शिवंक को घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मृतक की पहचान टोरंटो निवासी 20 वर्षीय शिवंक अवस्थी के रूप में की है। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि वह टोरंटो विश्वविद्यालय का छात्र था या नहीं। पुलिस ने जांच के तहत शिवंक की एक तस्वीर जारी की है और जनता से जानकारी देने की अपील की है।
घटना के बाद एहतियात के तौर पर यूटीएससी परिसर को अस्थायी रूप से सील कर दिया गया था। छात्रों और कर्मचारियों को परिसर खाली करने का आदेश दिया गया और हाईलैंड क्रीक घाटी की ओर जाने वाली सड़कें बंद कर दी गईं। हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन ने बाद में स्पष्ट किया कि परिसर को कोई खतरा नहीं है।
टोरंटो के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जेफ एलिंगटन ने कहा कि फिलहाल जनता के खतरे का कोई संकेत नहीं है। पुलिस का मानना है कि यह एक अलग-थलग घटना हो सकती है। इससे पहले, कनाडा के टोरंटो में भारतीय मूल की 30 वर्षीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या कर दी गई थी।
30 साल की हिमांशी खुराना की हत्या कर दी गई
टोरंटो पुलिस ने इस घटना के संबंध में महिला के करीबी माने जाने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। घटना 19-20 दिसंबर को घटी बताई जा रही है। टोरंटो पुलिस के अनुसार, 19 दिसंबर, 2025 को रात लगभग 10:41 बजे स्ट्रैचन एवेन्यू और वेलिंगटन स्ट्रीट वेस्ट के इलाके में एक लापता व्यक्ति की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस को शनिवार सुबह लगभग 6:30 बजे एक घर के अंदर महिला का शव मिला। घटनास्थल पर जांच के बाद पुलिस ने इसे हत्या करार दिया है।
पुलिस ने मृतक महिला की पहचान टोरंटो में रहने वाली भारतीय मूल की हिमांशी खुराना के रूप में की है। उनकी उम्र लगभग 30 वर्ष बताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि वे टोरंटो निवासी 32 वर्षीय अब्दुल गफूरी की तलाश कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपी और पीड़िता एक-दूसरे को जानते थे और उनके बीच घनिष्ठ संबंध थे।




