
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : गुजरात में आषाढ़ महीने की शुरुआत में मेघराजा ने जोरदार एंट्री की है, गुजरात में व्यापक बारिश हो रही है। सौराष्ट्र से लेकर उत्तर, दक्षिण और मध्य गुजरात तक भारी बारिश हुई है, मौसम विभाग ने 8 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। पिछले 24 घंटों में राज्य के 149 तालुकाओं में बारिश हुई है। मौसम विभाग ने आज उत्तर गुजरात के बनासकांठा और साबरकांठा जिलों में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
गुजरात में व्यापक बारिश के कारण 'कहते खुशी, कहते गम' का माहौल है। क्योंकि कहीं बारिश ने तबाही मचाई है तो कहीं खेती में बुआई के लायक बारिश होने से किसानों में खुशी है। गुजरात में पिछले 24 घंटे में 149 तालुकाओं में बारिश हुई है। जिसमें विजापुर में 6.03 इंच, वालोद में 5.59 इंच, उमरपाड़ा में 5.31 इंच, सुबीर में 4.25 इंच, महुवा में 4 इंच, दांतीवाड़ा में 3.62 इंच, व्यारा में 3.25 इंच, डोलवान में 3.31 इंच, काठलाल में 3.15 इंच, कपड़वंज में 3.11 इंच, बारडोली में 2.8 इंच, महुधा में 2.76 इंच, हिम्मतनगर में 2.28 इंच, सागबारा में 2.2 इंच और सोनगढ़ में 2.2 इंच बारिश दर्ज की गई।
बारिश को लेकर आज 2 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बनासकांठा और साबरकांठा जिलों में आज ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच, पिछले 24 घंटों में राज्य के 149 तालुकाओं में बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने आज उत्तर गुजरात के बनासकांठा और साबरकांठा जिलों में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने आज कच्छ, पाटण और मेहसाणा जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही गांधीनगर, अरावली, महिसागर में आज भारी बारिश हो सकती है। अमरेली, भावनगर और सूरत में भी आज येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही तापी, नवसारी और डांग में भी भारी बारिश हो सकती है, जबकि वलसाड, दमन, दादरा और नगर हवेली में भी आज येलो अलर्ट जारी किया गया है।
डांग जिले में दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। डांग जिले की पहचान माने जाने वाले गिराढोड़ में बाढ़ आ गई है। पर्यटकों को गिराढोड़ के पास जाने से मना कर दिया गया है। वहीं जिले की अंबिका, पूर्णा, गिरा और खापरी नदियां उफान पर पहुंच गई हैं। साथ ही कई पुलों पर पानी बह रहा है, जिससे यातायात बाधित हो रहा है। पुलों पर पानी बहने से जिले के 20 से ज्यादा गांवों का संपर्क टूट गया है। वहीं सापुतारा-वाघई मुख्य मार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं भी हुई हैं।