Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार में शुरू हुई अंदरूनी कलह अब चरम पर पहुँच गई है। शनिवार (15 नवंबर) को बेटी रोहिणी आचार्य द्वारा परिवार से अलग होने की चौंकाने वाली घोषणा के बाद, अब लालू यादव की बाकी तीन बेटियाँ- रागिनी, चंदा और राजलक्ष्मी भी अपने बच्चों के साथ पटना स्थित आवास छोड़कर दिल्ली रवाना हो गई हैं। यह घटनाक्रम लालू परिवार में गहरी दरार का साफ़ संकेत है।
रोहिणी आचार्य के गंभीर आरोप
पूरा विवाद तब और बढ़ गया जब लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने राजनीति से संन्यास लेने और परिवार से नाता तोड़ने की घोषणा कर दी। रोहिणी ने आरोप लगाया कि उनके भाई तेजस्वी यादव और उनके दो करीबी सहयोगियों, संजय यादव और रमीज़ ने उनका अपमान किया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें चप्पलों से मारने की भी कोशिश की गई। सारण से राजद की लोकसभा उम्मीदवार और पेशे से डॉक्टर रोहिणी सीमित राजनीतिक गतिविधियों के लिए जानी जाती थीं।
एक भावुक पोस्ट में दुःख व्यक्त करना
रोहिणी ने एक बेहद भावुक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि उन्हें "अपने पद से उखाड़ फेंका गया" और "अनाथ" अवस्था में छोड़ दिया गया। उन्होंने दावा किया कि उन्हें सच बोलने और चुनावी हार पर सवाल उठाने की सज़ा दी गई, जिसे "परिवार में अपराध" माना गया। उन्होंने साफ़ किया कि उनके आत्मसम्मान को बहुत ठेस पहुँचाई गई है।
तेजस्वी के सहयोगियों पर निशाना
रोहिणी आचार्य ने अपने आरोपों में तेजस्वी यादव के दो क़रीबियों पर ख़ास तौर पर निशाना साधा है: राजद सांसद संजय यादव और तेजस्वी की कोर टीम के सदस्य रमीज़। हालाँकि, इतने गंभीर आरोपों के बावजूद, इन दोनों ने अभी तक इस विवाद पर सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है और चुप्पी साधे रखी है।
चिराग पासवान की प्रतिक्रिया
लालू परिवार में चल रहे इस अंदरूनी कलह पर चिराग पासवान की भी प्रतिक्रिया आई है। राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार करते हुए उन्होंने कहा, "लालूजी का परिवार मेरा भी परिवार है।" उन्होंने आगे कहा कि पारिवारिक तनाव से होने वाले दर्द को वह समझ सकते हैं, क्योंकि वह भी अपने जीवन में ऐसे दौर से गुज़रे हैं। चिराग ने कहा, "जब एक बेटी अपने ही घर में अपमानित होती है, तो मैं उसका दर्द समझ सकता हूँ। एक बेटी को अपने माता-पिता के घर में बेटे के समान अधिकार प्राप्त हैं। मैं प्रार्थना करता हूँ कि लालूजी का परिवार जल्द ही एकजुट हो जाए।"
राजद के लिए नई चुनौती
विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद राजद के लिए यह पारिवारिक विवाद एक नई और बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। रोहिणी के बाद तीन और बेटियों का पटना स्थित अपने आवास से दिल्ली चले जाना राजद खेमे में एक गंभीर संकेत के तौर पर देखा जा रहा है, जो दर्शाता है कि परिवार का अंदरूनी कलह अब नियंत्रण से बाहर हो रहा है।




