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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बांका नगर परिषद अब अपने शहरी ढांचे को मज़बूत करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। इसी कड़ी में, शहर के अंदरूनी हिस्सों में मौजूदा स्ट्रीट लाइट्स को हटाकर अत्याधुनिक एलईडी लाइट्स लगाई जाएंगी। यह निर्णय बांका नगर परिषद की कार्यकारी समिति की बैठक में लिया गया है, जिसका उद्देश्य शहर को रोशन करना और नागरिकों को बेहतर सुविधाएँ प्रदान करना है।

नगर परिषद के सशक्त स्थायी समिति की बैठक में चार प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा हुई। पहला महत्वपूर्ण निर्णय 14वें वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि का उपयोग सड़कों और गलियों में एलईडी लाइट लगाने पर खर्च करना था। इन नई एलईडी लाइट्स के लगने से न सिर्फ बिजली की खपत कम होगी बल्कि सड़कों पर रोशनी भी अधिक होगी, जिससे नागरिकों को रात में आवागमन में सुविधा होगी और सुरक्षा भी बढ़ेगी।

इसके साथ ही, नगर परिषद ने शहर के भीड़भाड़ वाले स्थानों पर दस नए सार्वजनिक शौचालय बनाने का भी फैसला किया है। इन शौचालयों के निर्माण का ठेका (निविदा) पहले ही जारी कर दिया गया था और अब इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। सार्वजनिक शौचालयों की कमी शहर के लिए एक बड़ी समस्या थी, जिसे हल करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत यह पहल स्वच्छता और जन-सुविधाओं को बढ़ावा देगी।

बैठक में आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में बांका नगर परिषद की रैंकिंग सुधारने के लिए भी व्यापक रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। कचरा प्रबंधन, सफाई व्यवस्था और सार्वजनिक जागरूकता अभियानों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

कार्यकारी बैठक में शहर में 'स्मार्ट वेंडिंग जोन' बनाने की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। इसका उद्देश्य फेरीवालों और छोटे विक्रेताओं के लिए एक संगठित और सुविधाजनक स्थान उपलब्ध कराना है। इससे सड़कों पर अतिक्रमण कम होगा और व्यापार भी व्यवस्थित हो पाएगा। इस पहल को अभी अंतिम रूप दिया जाना बाकी है, लेकिन यह बांका शहर को और अधिक सुव्यवस्थित बनाने की दिशा में एक अहम कदम होगा।

बैठक की अध्यक्षता मुख्य पार्षद नीलम देवी ने की, जिसमें कार्यपालक पदाधिकारी रीना कुमारी, सशक्त स्थायी समिति के सदस्य अमरपुर प्रखंड के निवासी पवन कुमार के प्रतिनिधि पंकज कुमार और नगर परिषद के कई अधिकारी मौजूद रहे। यह सब मिलकर बांका को एक स्मार्ट और स्वच्छ शहर बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं।