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Prabhat Vaibhav, Digital Desk: ज्योतिष में शनिदेव को न्याय के देवता माना जाता है। उन्हें कर्मों का फल देने वाला कहा गया है। यही कारण है कि हमारे पूर्वज कहते हैं—जैसा कर्म, वैसा फल। अच्छे कर्मों का अच्छा फल मिलता है, और बुरे कर्मों का कठोर दंड। शनिदेव हर किसी को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं, चाहे वह सुख हो या दुख।

कई बार लोग सोचते हैं कि उन्हें क्यों इतनी तकलीफें झेलनी पड़ रही हैं, जबकि सच्चाई यह होती है कि उनके पुराने कर्म—इस जन्म के या पिछले जन्म के—ही उनके जीवन को प्रभावित कर रहे होते हैं। शनिदेव की दशा, महादशा, साढ़ेसाती या ढैय्या कुछ लोगों के लिए दुखों का कारण बनती है, वहीं कुछ को यही समय ऊंचाइयों तक भी पहुंचा देता है। इसलिए जीवन में हमेशा अच्छे कर्म करने की सलाह दी जाती है।

अनजाने में हुई गलतियों के लिए क्षमा मांगें

अगर आपसे अनजाने में कोई गलती हो गई हो, तो शनिदेव से दिल से क्षमा मांगें। पुराने पापों का प्रायश्चित करें और भविष्य में ऐसे कामों से बचें, जो किसी को कष्ट पहुंचाएं। जब शनिदेव प्रसन्न होते हैं, तो जीवन में सुख, शांति और समृद्धि खुद चलकर आती है।

शनिवार की रात करें ये उपाय

शनिदेव की कृपा पाने के लिए शनिवार की रात कुछ खास उपाय करने की परंपरा है। ये उपाय सरल हैं, लेकिन प्रभावशाली। इन्हें श्रद्धा और नियमपूर्वक करने से जीवन की परेशानियां दूर हो सकती हैं।

1. पीपल के नीचे दीपक जलाएं

शनिवार की रात पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और पुराने पापों का असर कम होने लगता है।

2. शनि चालीसा और हनुमान चालीसा का पाठ करें

शनिवार के दिन शनि चालीसा और हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें। ऐसा करने से शनि की दशा का असर कम होता है और हनुमान जी की कृपा से मानसिक बल बढ़ता है।

3. काले तिल और उड़द का दान करें

शनिवार की रात काले तिल या उड़द दाल का दान जरूरतमंद या किसी ब्राह्मण को करें। यह शनि दोष से मुक्ति दिलाने में मदद करता है। साथ ही लोहे का दान भी इस दिन शुभ माना जाता है।