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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को हिसार के महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे से जयपुर के लिए हवाई सेवा की शुरुआत की। उन्होंने चंडीगढ़ से वर्चुअल माध्यम से इसका शुभारंभ करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक उड़ान की शुरुआत नहीं है, बल्कि प्रदेश के विकास, क्षेत्रीय जुड़ाव और आधुनिक कनेक्टिविटी की दिशा में बड़ा कदम है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि जल्द ही हिसार से अहमदाबाद और जम्मू के लिए भी उड़ानें शुरू होंगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा ने कृषि प्रधान राज्य की पहचान से आगे बढ़कर अब एयर कनेक्टिविटी में भी अपनी जगह बनाई है।

एयरपोर्ट को मिली आधुनिक सुविधाएं

हिसार एयरपोर्ट को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की मदद से आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है। यहां डॉपलर वीओआर सिस्टम लगाया गया है, जिससे उड़ानों के संचालन के लिए न्यूनतम दृश्यता घटकर 2800 मीटर हो गई है। इसका फायदा यह होगा कि खराब मौसम में भी विमान संचालन आसान हो जाएगा। इसके साथ ही इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम भी लगाया जा रहा है, जिससे रात में भी विमानों की लैंडिंग संभव होगी।

दिल्ली एयरपोर्ट का विकल्प बनेगा हिसार

सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले समय में हिसार एयरपोर्ट को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जाए। इसके लिए नया टर्मिनल, आधुनिक एटीसी टावर, कार्गो कॉम्प्लेक्स, पार्किंग और अन्य सुविधाओं का विकास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले वर्षों में हिसार को दिल्ली एयरपोर्ट का विकल्प बनाया जाएगा, जिससे आम लोगों, व्यापारियों और स्थानीय उद्योगों को सीधा लाभ मिलेगा।

उद्योग और निवेश का हब बनेगा हिसार

सिर्फ हवाई सेवा ही नहीं, बल्कि हिसार को एक औद्योगिक, लाजिस्टिक और निवेश केंद्र के रूप में विकसित करने की भी तैयारी है। अगस्त 2024 में हिसार को अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से जोड़ा गया। अगस्त 2025 में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर परियोजना के लिए समझौते किए गए। यह 2988 एकड़ जमीन पर विकसित होगी और अनुमानित लागत 4680 करोड़ रुपये है। इस परियोजना से लगभग 1.25 लाख रोजगार के अवसर मिलेंगे।

यह कदम हरियाणा को औद्योगिक और कारोबारी निवेश के नए अवसरों से जोड़ देगा और प्रदेश को विकास की नई उड़ान देगा।