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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : दिल्ली में हुए धमाके के बाद पंजाब पुलिस ने केंद्रीय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के साथ साझा सूचना में अंतिम छह महीनों में सीमा पार से ड्रोन व अन्य मार्गों से भेजे गए विस्फोटकों और हथियारों के कई इनपुट साझा किए हैं। राज्य में सुरक्षा बेहद सख्त कर दी गई है और जांच टीमें दिल्ली धमाकेとの संभावित लिंक तलाशने में सक्रिय हैं।

मुख्य बिंदु — क्या बरामदा हुआ और कहाँ

  • हाल के छह माह में संयुक्त कार्रवाई में कुल लगभग 40 किलोग्राम RDX, 12 IED, और 20+ हैंड ग्रेनेड/डेटोनेटर जब्त किए गए।
  • 15 संदिग्ध आतंकियों/सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया; पूछताछ में कई के संबंध अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर‑आतंकवादी नेटवर्क से जुड़ने के संकेत मिले।
  • बड़ी बरामदगियाँ जिलेवार:
  • अमृतसर: ड्रोन के ज़रिये भेजे गए लगभग 20 किलो RDX और 6 IED।
  • तरनतारन: लगभग 10 किलो RDX और 4 ग्रेनेड।
  • फिरोजपुर: 3 IED व विस्फोटक सामग्री।
  • जालंधर: करीब 2.5 किलो RDX बरामद।
  • गुरदासपुर/पठानकोट: कुल 6 ग्रेनेड, 5 पिस्तौल व डेटोनेटर जब्त।
  • बठिंडा/मोगा: दो संदिग्ध गिरफ्तार, हथियार व विस्फोटक सामग्री मिली।

नेटवर्क और संभावित मकसद

  • पंजाब पुलिस के अनुसार कई पकड़े गए व्यक्तियों के तार बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI), खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) और विदेशी गैंगस्टर‑नेटवर्क (जैसे गोल्डी बराड़‑लारेंस बिश्नोई से संलग्न) से जुड़े पाए गए।
  • पूछताछ में कुछ आरोपियों ने स्वीकार किया कि विस्फोटक सामग्री पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भेजी गई और सीमावर्ती इलाकों में छिपाकर रखी गई थी। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि कुछ खेपें नदी मार्ग/बाढ़ के अड़ंगे का फायदा उठाकर भेजी गईं।
  • अधिकारियों का कहना है कि बरामद सामग्री उन्नत व बड़े पैमाने के हमले के लिए प्रयुक्त हो सकती थी।

एजेंसियों का समन्वय और वर्तमान स्थिति

  • पंजाब पुलिस ने NIA, IB, DRI, BSF व अन्य केंद्रीय तत्त्वों के साथ संयुक्त जांच व इंटेल‑शेयरिंग तेज कर दी है।
  • सीमावर्ती जिलों में अतिरिक्त पैट्रोलिंग, ड्रोन‑निगरानी, नदी मार्गों पर विशेष तलाशी और स्थानीय निगरानी बढ़ा दी गई है।
  • अधिकारियों ने जनता से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध जानकारी को तत्काल पुलिस/एजेंसियों को देने की अपील की है।

क्या करना चाहिए — नागरिकों के लिए संदेश

  • अनजान/लावारिस सामान, संदिग्ध गतिविधि या लोगों के बारे में तुरंत लोकल पुलिस या राष्ट्रीय हेल्पलाइन पर सूचित करें।
  • अफवाहों से बचें; केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।
  • सीमावर्ती इलाकों में स्थानीय प्रशासन व सुरक्षा बलों के निर्देशों का पालन करें।

नोट: ऊपर दिए गए तथ्य स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस की साझा रिपोर्ट/आधिकारिक बयानों पर आधारित हैं। आरोपों, पकड़े गए व्यक्तियों और बरामद सामग्री के कानूनी निष्कर्ष संबंधित एजेंसियों की आगे की जांच पर निर्भर करेंगे।