Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पुलिस और केंद्रीय खुफिया संस्थाओं के अनुसार, पिछले कई महीनों से पाकिस्तान की खुफिया इकाई ISI सीमा पार से हथियार, विस्फोटक और ड्रोन के ज़रिये सामग्री भेजकर पंजाब में अशांति फैलाने की कोशिश कर रही है। दिल्ली में हालिया धमाके के बाद राज्य में उच्च अलर्ट घोषित कर दिया गया है और सुरक्षाबल हर स्तर पर सतर्क कर दिए गए हैं।
पुलिस व खुफिया अधिकारियों का कहना है कि ISI ने गैंगस्टरों, नशा तस्करों और आतंकी तत्वों का एक बड़ा नेटवर्क खड़ा कर लिया है, जो हथियार तस्करी तथा स्थानीय सक्रियताओं के लिए सक्रिय है। राज्य पुलिस और केन्द्र शासित एजेंसियों ने दावा किया है कि इस साल सीमा पार से हथियारों की तस्करी में पिछले साल की तुलना में लगभग पाँच गुना वृद्धि दर्ज की गई है।
बरामद हथियार व विस्फोटक — मुख्य आंकड़े (इस साल अब तक):
- कुल बरामद हथियार: 362 (रिपोर्ट के अनुसार)
- बरामद में शामिल: RPG, AK‑47 राइफलें, हैंड ग्रेनेड, RDX, IED (आवश्यक विवरण स्थानीय पुलिस रिपोर्ट पर आधारित)
- पिछले वर्ष की कुल बरामदगी: 81 हथियार ही थी।
- बरामदगियों का एक तिहाई हिस्सा ऑपरेशन सिंदूर के बाद दर्ज हुआ।
अधिकारियों ने यह भी बताया कि आतंकी व हथियार सप्लाई के लिये ड्रोन के साथ‑साथ नदी/दरिया मार्गों का उपयोग भी बढ़ गया है। सीमावर्ती जिलों में बाढ़ के दौरान आतंरिक निगरानी में कमी का फायदा उठाकर बड़ी खेपें भेजी गईं — रिपोर्ट के मुताबिक फाजिल्का, अमृतसर, तरनतारन और गुरदासपुर जिलों में सितंबर में बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद हुए।
त्योहारी सीजन के दौरान सुरक्षा चुनौतियाँ और बढ़ गईं; अक्टूबर में कई संवेदनशील बरामदगियाँ हुईं — 7 हैंड ग्रेनेड, 7.5 किलो RDX, 3 IED, 5 AK‑47, 2 RPG सहित सामग्री मिली। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि कुछ हथियारों की क्षमता उन्नत थी — जैसे कि अमृतसर में बरामद RPG का प्रभाव टैंक तक पहुंचाने वाला बताया गया।
पंजाब डीजीपी गौरव यादव का कहना है कि ISI‑समर्थित नेटवर्क के ठोस संकेत मिले हैं और राज्य पुलिस, BSF व केन्द्र की एजेंसियाँ मिलकर हर षड्यंत्र पर नजर रख रही हैं। अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत नजदीकी पुलिस या सुरक्षा एजेंसी को दें।
सरकारी बयान के अनुसार सुरक्षा सुधार के तहत:
- सीमावर्ती इलाकों में पैट्रोलिंग एवं ड्रोन‑निगरानी तेज की गई है।
- नदी मार्गों की निगरानी बढ़ाई जा रही है; स्थानीय आरपीएफ/कोस्ट गार्ड/BSF सहित टीमों को सक्रिय रखा गया है।
- स्थानीय अतिक्रमणों व लंबे समय से खड़ी नावों‑मालवाहक सामग्री पर विशेष नजर रखी जा रही है।
- अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर खुफिया आदान‑प्रदान और Canada/ Dubai/ यूरोप के संदिग्ध नेटवर्क पर भी ध्यान केन्द्रित है।
आम जनता के लिए संदेश: सतर्कता मुख्य संरक्षण है — किसी भी असामान्य गतिविधि, संदिग्ध पार्सल या अज्ञात प्रणालियों के बारे में तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें। प्रशासन ने यह भी कहा है कि झूठी सूचनाओं (भ्रामक रिपोर्ट) पर भी निगरानी रखी जा रही है ताकि अफवाहें और भय नहीं फैला सकें।
नोट: ऊपर दिए गए दावे और आँकड़े स्थानीय सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों द्वारा साझा सूचनाओं/रिपोर्ट्स पर आधारित हैं। घटना‑विशेष और बरामदगी के सटीक तकनीकी विवरण तथा आरोपों की पुष्टि संबंधित एजेंसियों की जारी आधिकारिक रिपोर्टों पर निर्भर रहेगी।




