Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन कोडीन युक्त कफ सिरप का मुद्दा जोर-शोर से उठा। विपक्ष ने इस मामले को लेकर सरकार पर सवालों की झड़ी लगा दी, जिसके जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खुद मोर्चा संभालना पड़ा।
मुख्यमंत्री ने सदन में स्पष्ट किया कि इस विषय पर सरकार लगातार निगरानी कर रही है और जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में कोडीन कफ सिरप से किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है।
बहस के दौरान सीएम योगी ने बिना नाम लिए विपक्ष के बड़े नेताओं पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि देश में ऐसे लोग हैं जो मुश्किल समय आते ही विदेश चले जाते हैं। जब देश में किसी मुद्दे पर चर्चा होती है, तो वे देश छोड़ देते हैं और यहां उनके समर्थक शोर मचाते रहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब देश कठिन दौर से गुजरता है, तब कुछ नेता जिम्मेदारी निभाने के बजाय बाहर चले जाते हैं।
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद सियासी माहौल और गरमा गया। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पलटवार करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी।
अखिलेश यादव ने लिखा कि यह एक तरह की आत्म-स्वीकृति है और किसी ने नहीं सोचा था कि दिल्ली और लखनऊ की राजनीति इस स्तर तक पहुंचेगी। उन्होंने संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों से संयम और मर्यादा बनाए रखने की अपील की। साथ ही कहा कि भाजपा को अपनी आंतरिक खींचतान को सार्वजनिक मंच पर लाने से बचना चाहिए।
अखिलेश ने यह भी इशारा किया कि बयानबाज़ी का असर पार्टी के अंदर और बाहर दोनों जगह पड़ सकता है और कहीं ऐसा न हो कि किसी को बात बुरी लग जाए।
कुल मिलाकर, कोडीन कफ सिरप को लेकर शुरू हुई चर्चा अब राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप में बदल चुकी है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा विधानसभा के बाहर भी सियासी बहस का केंद्र बना रह सकता है।




