
Prabhat Vaibhav, Digital Desk : बॉलीवुड एक्टर विक्रांत मैसी के चचेरे भाई क्लाइव कुंदर का अहमदाबाद विमान हादसे में निधन हो गया है। क्लाइव कुंदर उसी विमान में फर्स्ट ऑफिसर थे जो क्रैश हुआ था। एक्टर ने एक पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी है और अपने भाई के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। विक्रांत ने विमान हादसे में मारे गए बाकी लोगों के परिवारों के प्रति भी अपना दुख व्यक्त किया है।
विक्रांत मैसी ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक भावुक पोस्ट लिखा- 'आज अहमदाबाद में हुए अकल्पनीय दुखद हादसे में अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों और प्रियजनों के लिए मेरा दिल टूट गया है।'
विक्रांत मैसी ने भाई की मौत पर जताया दुख
विक्रांत ने अपने चचेरे भाई क्लाइव कुंदर की मौत पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, "यह जानकर बहुत दुख हुआ कि मेरे चाचा क्लिफोर्ड कुंदर ने अपने बेटे क्लाइव कुंदर को खो दिया, जो उस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में फ्लाइट में काम करने वाले पहले अधिकारी थे। भगवान आपको और आपके परिवार और सभी प्रभावित लोगों को शक्ति प्रदान करें।"

क्लाइव कुंदर कौन थे?
कैप्टन सुमित एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (AI171) की कमान संभाल रहे थे। विक्रांत मैसी के भाई क्लाइव कुंदर, जो सह-पायलट थे, सुमित की सहायता कर रहे थे। कुंदर को 1100 घंटे उड़ान का अनुभव था।
242 में से 241 लोगों की मौत हो गई
आपको बता दें कि एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (AI171) आज अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए रवाना हुआ था। एयरपोर्ट से उड़ान भरने के 5 मिनट बाद ही यह रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में यात्रियों और चालक दल को मिलाकर कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से 241 लोगों की मौत हो गई। हादसे में केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा।
विमान उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में 242 यात्री सवार थे। विमान बी.जे. मेडिकल हॉस्टल के कैंपस में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के समय मेस हॉल में छात्र खाना खा रहे थे।
जब एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उस समय बीजे मेडिकल हॉस्टल की कैंटीन में छात्र खाना खा रहे थे। विमान के दुर्घटनाग्रस्त होते ही कैंटीन में खाना खाने बैठे मेडिकल छात्रों में भगदड़ मच गई। विमान के दुर्घटनाग्रस्त होते ही बीजे मेडिकल हॉस्टल की बिल्डिंग आग के गोले में बदल गई। विमान के कुछ हिस्से कैंटीन में घुस गए थे।