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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : इस वर्ष भारत और पाकिस्तान अपनी स्वतंत्रता की 79वीं वर्षगांठ मनाएंगे। पाकिस्तान 14 अगस्त को अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा, जबकि भारत 15 अगस्त को अपनी स्वतंत्रता का जश्न मनाएगा। 1947 में, भारत दो स्वतंत्र राष्ट्रों, भारत और पाकिस्तान, में विभाजित हो गया था। 18 जुलाई, 1947 को भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम द्वारा भारत और पाकिस्तान का जन्म हुआ। इस अधिनियम में कहा गया था कि 15 अगस्त को भारत में दो स्वतंत्र अधिराज्य स्थापित किए जाएँगे, जिन्हें भारत और पाकिस्तान के नाम से जाना जाएगा।

ऐसे में यह तो साफ है कि पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस भी 15 अगस्त को ही मनाया जाता था, लेकिन फिर इस तारीख को किसने बदला, आइए जानते हैं।

ऐसे में यह तो साफ है कि पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस भी 15 अगस्त को ही मनाया जाता था, लेकिन फिर इस तारीख को किसने बदला, आइए जानते हैं।

पाकिस्तान के निर्माण के बाद पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ने अपने ऐतिहासिक रेडियो संबोधन में कहा था कि 15 अगस्त पाकिस्तान का जन्मदिन है।

पाकिस्तान के निर्माण के बाद पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ने अपने ऐतिहासिक रेडियो संबोधन में कहा था कि 15 अगस्त पाकिस्तान का जन्मदिन है।

लॉर्ड माउंटबेटन को 15 अगस्त की मध्यरात्रि को भारत और पाकिस्तान को सत्ता सौंपनी थी। माउंटबेटन ने 14 अगस्त को कराची में पाकिस्तान को सत्ता सौंपी और फिर अगले दिन नई दिल्ली पहुंचे।

लॉर्ड माउंटबेटन को 15 अगस्त की मध्यरात्रि को भारत और पाकिस्तान को सत्ता सौंपनी थी। माउंटबेटन ने 14 अगस्त को कराची में पाकिस्तान को सत्ता सौंपी और फिर अगले दिन नई दिल्ली पहुंचे।

लॉर्ड माउंटबेटन द्वारा 14 अगस्त को पाकिस्तान को सत्ता सौंपने का यह मतलब नहीं है कि पाकिस्तान को 15 अगस्त को आजादी मिली। स्वतंत्रता अधिनियम में दो तारीखों का कोई प्रावधान नहीं था।

लॉर्ड माउंटबेटन द्वारा 14 अगस्त को पाकिस्तान को सत्ता सौंपने का यह मतलब नहीं है कि पाकिस्तान को 15 अगस्त को आजादी मिली। स्वतंत्रता अधिनियम में दो तारीखों का कोई प्रावधान नहीं था।

पहले पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाता था, लेकिन पाकिस्तान में एक बड़ा समूह नहीं चाहता था कि उनका स्वतंत्रता दिवस भारत के साथ हो, इसलिए इसके लिए बातचीत शुरू की गई।

पहले पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाता था, लेकिन पाकिस्तान में एक बड़ा समूह नहीं चाहता था कि उनका स्वतंत्रता दिवस भारत के साथ हो, इसलिए इसके लिए बातचीत शुरू की गई।

जून 1948 में तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री लियाकत अली खान के नेतृत्व में मंत्रियों की एक बैठक बुलाई गई। इस बैठक में पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस अलग से मनाने का निर्णय लिया गया।

जून 1948 में तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री लियाकत अली खान के नेतृत्व में मंत्रियों की एक बैठक बुलाई गई। इस बैठक में पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस अलग से मनाने का निर्णय लिया गया।

इसके बाद ही पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस को 14 अगस्त करने के मोहम्मद अली जिन्ना के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।

इसके बाद ही पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस को 14 अगस्त करने के मोहम्मद अली जिन्ना के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।