
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की गर्मी में राजनीतिक दल-बदल का सिलसिला तेज हो गया है। पूर्णिया के पूर्व जदयू सांसद संतोष कुशवाहा के बाद अब बांका के जदयू सांसद गिरिधारी यादव के पुत्र चाणक्य प्रकाश रंजन ने भी राजद का दामन थाम लिया है।
चाणक्य ने लंदन से उच्च शिक्षा हासिल की है। गुरुवार की संध्या पटना स्थित अपने आवास पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात करने के बाद शुक्रवार को उन्होंने राजद की सदस्यता ग्रहण की।
बांका जिले की बेलहर विधानसभा को सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र माना जाता है। यहां लगभग 3.60 लाख मतदाता हैं। यादव बहुल यह क्षेत्र हमेशा राजनीतिक रूप से सक्रिय रहा है। पिछले 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद प्रत्याशी और पूर्व विधायक रामदेव यादव ने जदयू के मनोज यादव को करीब ढाई हजार मतों से हराया था।
इस बार रामदेव यादव का टिकट कटने के बाद चर्चा है कि चाणक्य मैदान में उतरेंगे, जिससे सियासी माहौल और गर्म हो गया है। इस क्षेत्र से सांसद गिरिधारी यादव दो बार जदयू के विधायक रह चुके हैं। इसी दल से एक बार जर्नादन मांझी भी विधायक बने। वर्तमान में जदयू से मनोज यादव विधायक हैं। वहीं, गिरिधारी के सांसद बनने के बाद 2019 में हुए उपचुनाव में राजद के रामदेव यादव की जीत हुई थी।
“मैं नीतीश के साथ, बेटा स्वतंत्र है”
यह चर्चा भी है कि चाणक्य पहले जदयू से टिकट चाहते थे। जब बात नहीं बनी, तो उन्होंने राजद का रास्ता चुना। इस पर जदयू सांसद गिरिधारी यादव ने कहा, “मैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हूं। मेरी आस्था एनडीए के साथ है। बेटा युवा है, उसकी अपनी सोच और स्वतंत्र विचार हैं।”
राजद जिलाध्यक्ष अर्जुन ठाकुर ने कहा, “राज्य का भविष्य तेजस्वी यादव हैं। लालटेन जिनके हाथ में होगी, उसे जीताने का काम हम करेंगे।”
चाणक्य प्रकाश रंजन का शैक्षणिक परिचय
इंटर: डीपीएस आरकेपुरम, दिल्ली
स्नातक: अर्थशास्त्र ऑनर्स, दिल्ली विश्वविद्यालय
मास्टर ऑफ पब्लिक पॉलिसी, लंदन