
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश के बाद, भोपाल में एक इंजीनियर पर हमला करने वाले दो कांस्टेबलों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पिटाई से इंजीनियर की मौत हो गई थी। दोनों आरोपी कांस्टेबलों को देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। घटना का एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया है, जिसमें कांस्टेबल इंजीनियर मुदित को डंडे से पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पूरी घटना के बारे में बात करते हुए, उदित अपनी पहली नौकरी मिलने के बाद दोस्तों के साथ पार्टी कर रहा था। पुलिस का आरोप है कि उसकी कार में नशीले पदार्थ थे। पुलिस ने इन दोस्तों को रात में पार्टी करते हुए पकड़ा और उदित की पिटाई कर दी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
दोनों कांस्टेबल गिरफ्तार
यह घटना भोपाल में हुई। सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए। इसके बाद शनिवार रात पिपलानी थाने में आरोपी कांस्टेबलों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। दोनों को उसी रात गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश करेगी और फिर जेल भेज देगी। फिलहाल, आरोपी कांस्टेबल संतोष बामनिया और सौरभ आर्य पुलिस हिरासत में हैं।
आरोप है कि एफआईआर में लगाए गए आरोपों को नरम कर दिया गया
एफआईआर में पुलिस पर दोनों कांस्टेबलों के खिलाफ आरोपों को कमज़ोर करने का आरोप लगाया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में साफ़ तौर पर लिखा है कि इंजीनियर उदित की मौत पुलिस की पिटाई से हुई। उदित के शरीर पर चोट के 16 निशान पाए गए। हालाँकि, पिपलानी थाने में दर्ज एफआईआर में पुलिस द्वारा किसी भी तरह की पिटाई का ज़िक्र नहीं है। इससे पुलिस की जाँच पर सवाल उठते हैं।
पुलिस पर दुर्व्यवहार का आरोप
कांस्टेबल संतोष बामणिया ने उदित की मौत के बाद लगाए गए आरोपों पर भी सफाई दी है। उनका कहना है कि कार के बाहर खड़ा युवक पुलिस को देखकर भाग गया। इसी बीच उसका साथी सौरभ उसके पीछे दौड़ा। युवक किसी दूसरी गाड़ी से टकराकर गिर गया। पुलिस ने जब उसे पकड़ा तो उसने गाली-गलौज की और वर्दी उतरवाने की धमकी दी। घटना के दौरान हल्का बल प्रयोग भी किया। युवक की मौत की खबर सुबह मिली।
उदित कौन था?
उदित ने हाल ही में अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। वह दोस्तों के साथ कार में पार्टी कर रहा था। उसके माता-पिता नौकरीपेशा हैं। उसका साला डीएसपी है। उदित अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। पुलिस के मुताबिक, उसे इतनी बुरी तरह नहीं पीटा गया कि उसकी मौत हो जाए।
परिवार ने मामले की निष्पक्ष जाँच की माँग की है। पिता ने कहा, "हमें नहीं पता कि उसके साथ क्या हुआ। हम सरकार से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की माँग करते हैं।"