Prabhat Vaibhav,Digital Desk : काशी-तमिल संगमम् के पहले ही दिन नमो घाट पर मंगलवार को एक गंभीर सुरक्षा चूक देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद थे, तभी अचानक भीड़ से एक युवक जोर-जोर से चिल्लाते हुए मंच की ओर दौड़ पड़ा। सुरक्षाकर्मी जब तक पूरी तरह सक्रिय होते, वह मंच के काफी करीब पहुंच चुका था।
हालांकि, सतर्क कमांडोज़ ने उसे सीएम तक पहुँचने से पहले ही काबू में कर लिया। युवक को तुरंत हिरासत में लिया गया और मेडिकल परीक्षण कराया गया। जांच के दौरान चिकित्सकों ने उसकी मानसिक स्थिति अस्थिर पाई, जिसके बाद उसे मानसिक चिकित्सालय भेज दिया गया।
इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था की पुनः समीक्षा शुरू कर दी है। घटना उस वक्त हुई जब नमो घाट पर तमिल संगमम् का कार्यक्रम चल रहा था और मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मौजूद थे।
युवक के हाथ खाली थे, इसलिए कमांडोज़ ने हथियार तानने की बजाय उसे घेरकर पकड़ना उचित समझा। कुछ ही मिनटों में उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया।
पूछताछ में पता चला कि युवक जोगिंदर गुप्ता चौबेपुर कस्बे का रहने वाला है और वाराणसी सिटी स्टेशन पर पानी बेचता है। घटना के समय वह नशे में था और लंबे समय से मानसिक तनाव से भी जूझ रहा है। एसीपी विदुष सक्सेना के अनुसार, मेडिकल जांच में यह स्पष्ट हुआ कि उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है। इसलिए उसे मानसिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका उपचार चल रहा है।
चौबेपुर से उसकी मां कुसुम देवी भी अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने बताया कि जोगिंदर पहले से मानसिक रूप से अस्वस्थ है। आर्थिक तंगी के कारण वे उसका इलाज लंबे समय तक जारी नहीं रख सके थे।




