Prabhat Vaibhav,Digital Desk : दुनिया की महाशक्ति अमेरिका में कोरोना वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर एक बेहद गंभीर और चिंताजनक मामला सामने आया है। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) के एक लीक हुए आंतरिक दस्तावेज़ ने माना है कि कोविड 19 वैक्सीन के दुष्प्रभावों के कारण 10 बच्चों की मौत हो गई है। इन मौतों का मुख्य कारण बच्चों के हृदय में सूजन (मायोकार्डिटिस) माना जा रहा है। इस रिपोर्ट के सामने आते ही अमेरिका समेत पूरी दुनिया के अभिभावकों में डर की लहर दौड़ गई है और चिकित्सा जगत में वैक्सीन के दुष्प्रभावों को लेकर नई चर्चा शुरू हो गई है।
एफडीए का निजी ज्ञापन और मायोकार्डिटिस
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह सनसनीखेज खुलासा खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) के एक 'गोपनीय ज्ञापन' से हुआ, जिसे कथित तौर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी विनय प्रसाद ने तैयार किया था। रिपोर्ट में साफ़ तौर पर ज़िक्र है कि टीका लगने के बाद इन बच्चों में 'मायोकार्डिटिस' के लक्षण दिखाई दिए, जो हृदय की मांसपेशियों की एक गंभीर सूजन है। अब तक इस स्थिति को टीके का एक बेहद दुर्लभ दुष्प्रभाव माना जा रहा था, लेकिन यह आशंका सच साबित हुई है कि यह जानलेवा साबित हो सकता है।
सुरक्षा के दावे खोखले साबित हुए
अब तक अमेरिकी सरकार और उसकी स्वास्थ्य एजेंसियाँ कोरोना वैक्सीन को बच्चों के लिए पूरी तरह सुरक्षित बताती रही हैं। लेकिन, एजेंसी की ही एक आंतरिक रिपोर्ट ने उनके दावों पर संदेह पैदा कर दिया है और इसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालाँकि, इस रिपोर्ट में एक बात स्पष्ट नहीं है कि मरने वाले बच्चों की सही उम्र क्या थी और उन्हें किस दवा कंपनी का टीका दिया गया था।
नियमों में बदलाव और सख्त कार्रवाई
इस खुलासे के बाद, ऐसी खबरें हैं कि FDA कमिश्नर ने भी इन तथ्यों की पुष्टि की है। इस गंभीर खामी को ध्यान में रखते हुए, अब वैक्सीन की स्वीकृति प्रक्रिया में बड़े बदलावों की घोषणा की गई है। अब से, वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल के दौरान सभी आयु वर्ग और श्रेणियों पर परीक्षण अनिवार्य कर दिया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी से बचा जा सके। जैसे-जैसे यह खबर जंगल की आग की तरह फैल रही है, माता-पिता अपने बच्चों की वैक्सीन सुरक्षा को लेकर दुविधा में हैं।




