टीम इंडिया के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने राहुल द्रविड़ की राय को दोहराते हुए कहा है कि भारतीय क्रिकेटरों को विदेशी लीग में खेलने की कोई जरुरत नहीं है। रवि ने कहा कि एक मजबूत टीम के साथ, “हमें कहीं और देखने के बजाय अपने देश पर ध्यान देना चाहिए।”

एक बात काफी ज्यादा चर्चा में रहती है कि भारतीय खिलाड़ी, जो बिग बैश लीग या हंड्रेड जैसी अंतरराष्ट्रीय लीगों में प्रतिस्पर्धा करने में असमर्थ हैं, वे अन्य देशों के खिलाड़ियों के मुकाबले नुकसान में हैं।
इंग्लैंड के विरूद्ध टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल मैच के बाद इस बारे में पूछे जाने पर द्रविड़ ने स्वीकार किया कि कुछ अंग्रेजी क्रिकेटरों को बीबीएल के सेमीफाइनल स्थल एडिलेड को बेहतर तरीके से मापने के अपने अनुभव के कारण फायदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकांश टी20 प्रतियोगिताएं भारत के घरेलू सत्र के दौरान होती हैं, जिससे भारतीय खिलाड़ियों के लिए विदेशी लीग में खेलना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
पूर्व हेड कोच ने कहा कि ने महसूस किया कि खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट, आईपीएल और इन दौरों के माध्यम से पहले ही अच्छा खासा अनुभव मिल चुका है। उन्होंने कहा- इसलिए विदेशी लीग में खेलने की कोई जरूरत नहीं है।




