
भारत में जैसे BJP के बिछाए जाल में विपक्ष फंस कर लगातार चुनाव हारता जा रहा है, उसी तरह यूपी में सामजवादी पार्टी BJP प्रवक्ताओं के ट्रैप में फंस गयी है।
डिप्टी सीएम ने सपा की अखिलेश सरकार पर सवाल उठाए तो इस पर सपा के मीडिया सेल के आधिकारिक ट्वीटर अकांउट से बहुत ही कड़े और असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया गया। इस पर BJP प्रक्ताओं ने सपा को सधे हुए शब्दों में घेरना शुरू किया तो समाजवादी पार्टी मीडिया सेल अपना आपा खोता गया और व्यक्तिगत टिप्पणियां शुरू कर दी। राजनौतिक कुनबों में इसकी आलोचना हो रही है।
दरअसल यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के बीच विधान सभा में नोक-झोक हुई। डिप्टी सीएम ने कहा कि विपक्ष की बातों से ऐसा लग रहा है कि मानो सड़क बनाने के लिए पैसा सैफई से लाए हैं।
प्रसाद की यह बात अखिलेश को इतनी चुभी कि वह केशव के पिता तक पहुंच गए। उसके बाद से सपा की ओर से केशव को लेकर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जाने लगा जिसका जिक्र हम यहां नहीं कर सकते। हां इतना जरूर है कि पार्टी के मीडिया सेल के ट्वीटर हैण्डल पर जाकर इससे रूबरू हुआ जा सकता है।
तो वहीं कई लोग इसे भाजपा की चाल बता रहे हैं और उनका कहना है कि बीजेपी जान बूझकर ऐसे बयान दे रही कि सामने वाला अपना आपा खो बैठे।