
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : सोशल मीडिया पर कॉफ़ी प्रेमियों के बीच एक नया चलन तेज़ी से वायरल हो रहा है। लोग अब अपनी कॉफ़ी में चीनी या क्रीम की जगह एक चुटकी नमक डाल रहे हैं। ऐसा कहा जाता है कि इससे कड़वाहट कम होती है और इसका प्राकृतिक स्वाद निखरता है। यह चलन उन लोगों को आकर्षित कर रहा है जो अपनी कॉफ़ी को सेहतमंद तो बनाना चाहते हैं, लेकिन स्वाद से समझौता नहीं करना चाहते। तो आइए हम बताते हैं कि सोशल मीडिया पर हर कोई अपनी कॉफ़ी में नमक क्यों डाल रहा है और इस वायरल चलन के पीछे का विज्ञान क्या है।
यह प्रवृत्ति कैसे शुरू हुई?
यह चलन शुरू में इस दावे के साथ शुरू हुआ था कि कॉफ़ी में एक चुटकी नमक डालने से उसका स्वाद बढ़ जाता है। शुरुआत में लोगों को इस चलन पर संदेह था, लेकिन एक बार जब उन्होंने इसे आज़माया, तो उन्होंने इसे आज़माना शुरू कर दिया। इस चलन के वायरल होने के बाद, लोग अब कॉफ़ी पाउडर में नमक डालकर या तैयार कॉफ़ी में एक चुटकी नमक डालकर इसे आज़मा रहे हैं।
विज्ञान क्या कहता है?
दरअसल, वैज्ञानिक विशेषज्ञों के अनुसार, नमक में मौजूद सोडियम आयन कड़वाहट कम करते हैं और बिना चीनी मिलाए ही कॉफ़ी को मीठा स्वाद देते हैं। अन्य विशेषज्ञों का कहना है कि कड़वाहट दूर करने के लिए एक चुटकी नमक ही काफी है, लेकिन ज़्यादा नमक डालने से स्वाद बिगड़ सकता है।
स्वास्थ्य और सावधानियां
बहुत से लोग मानते हैं कि नमक शरीर में पानी की मात्रा बढ़ाता है, लेकिन विशेषज्ञ इससे सहमत नहीं हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कॉफ़ी थोड़ी डिहाइड्रेशन पैदा करती है, और एक चुटकी नमक से कोई फ़र्क नहीं पड़ता। हालाँकि, अगर आप चीनी का सेवन कम करना चाहते हैं, तो यह स्वाद बढ़ाने का एक अच्छा तरीका हो सकता है। कॉफ़ी में नमक डालने का चलन नया नहीं है। तुर्की में शादियों में इसे पहले से परोसा जाता है। वियतनामी कैफ़े में नमकीन कॉफ़ी लोकप्रिय है, जबकि तटीय इलाकों में भी पानी में खनिजों के संतुलन के लिए नमक मिलाया जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह चलन सिर्फ़ सोशल मीडिया का चलन नहीं है, बल्कि स्वाद, विज्ञान और पारंपरिक अनुभव का एक मिश्रण है।