देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में बुधवार को राजधानी देहरादून में एक विशाल राजभवन मार्च आयोजित किया। मार्च का उद्देश्य गौतम अडानी और उनके सहयोगियों पर अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों, भाजपा-अडानी गठजोड़ की कथित जालसाजी और मणिपुर में जारी हिंसा के खिलाफ विरोध जताना था।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से शुरू हुआ यह मार्च राजभवन तक गया, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, विधायकों, पूर्व सांसदों, एआईसीसी सदस्य, पीसीसी सदस्य और अनेकों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। मार्च का संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने किया।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा गौतम अडानी पर लगाए गए आरोपों ने भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग के गंभीर मामलों को उजागर किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है, जबकि देश में महंगाई और भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहे हैं।
करन माहरा ने मणिपुर हिंसा पर भी चिंता जताते हुए कहा कि वहां की स्थिति बेहद गंभीर है, लेकिन भाजपा सरकार इस संकट को संभालने में पूरी तरह असफल रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर का दौरा नहीं किया और मुख्यमंत्री की कार्यशैली भी पूरी तरह से नाकाम रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने राज्य में बढ़ते अवैध खनन, शराब माफिया और भू-माफिया के खिलाफ भी कड़े कदम उठाने की मांग की। उन्होंने राज्य सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन मुद्दों पर सरकार का रवैया बेहद लापरवाह है।
मार्च के दौरान कांग्रेसजनों ने सामूहिक गिरफ्तारी दी और सभी को पुलिस लाइन ले जाया गया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, एआईसीसी सचिव सुरेन्द्र शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार से मांग की है कि गौतम अडानी पर लगाए गए आरोपों की जांच के लिए जेपीसी का गठन किया जाए, मणिपुर हिंसा के लिए जिम्मेदार सरकार को बर्खास्त किया जाए और राज्य में अवैध खनन व शराब माफिया पर कड़े कदम उठाए जाएं।