नई दिल्ली, 25 अगस्त: दूसरी लहर का कहर खत्म होने के बाद अब ज्यादातर राज्य धीरे-धीरे स्कूल-कॉलेजों को खोल रहे हैं। सरकार की कोशिश है कि बिना बच्चों का स्वास्थ्य खतरे में डाले शिक्षा व्यवस्था को फिर से सामान्य कर दिया जाए। अभी तक 18 साल से कम आयु वर्ग के लिए वैक्सीन नहीं आई है, लेकिन सरकार चाहती है कि उनको पढ़ाने वाले टीचर पूरी तरह से वैक्सीनेट हों, ताकि संक्रमण के खतरे को कम किया जाए। इसके लिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर लिखा कि इस महीने हर राज्य को वैक्सीन उपलब्ध करवाने की योजना के अतिरिक्त 2 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराई जा रही हैं। हमने सभी राज्यों से अनुरोध किया है कि 5 सितंबर को मनाये जाने वाले शिक्षक दिवस से पहले सभी स्कूली शिक्षकों को प्राथमिकता देकर वैक्सीन लगाने का प्रयास करें। वैसे देखा जाए तो शिक्षक दिवस में अब सिर्फ 10 दिन का वक्त बचा है। ऐसे में सरकार के सामने सभी शिक्षकों और स्कूल कर्चमारियों को वैक्सीनेट करना एक बहुत कठिन टॉस्क होगा।
आपको बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में कोरोना संक्रमण कम होने पर स्कूलों को खोल दिया गया था, लेकिन अप्रैल में जब दूसरी लहर आई तो फिर से उन्हें पूरी तरह बंद कर दिया गया। कुछ दिनों पहले विशेषज्ञों ने चिंता जताई थी कि अगर जल्द स्कूल ना खुले तो बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। ऐसे में राज्य सरकारें अब इस दिशा में कदम उठा रही हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की 58.07 करोड़ से ज्यादा खुराक प्रदान की जा चुकी है, जबकि मंगलवार को टीकाकरण का आंकड़ा 59 करोड़ के पार चला गया।