
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : गोरखपुर चिड़ियाघर से लाए गए शेर पटौदी की मौत के बाद कानपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू संक्रमण ने तेजी से पैर पसारना शुरू कर दिया है। इस संक्रमण की चपेट में दो बाघिन पुष्पा और आध्या भी आ गई हैं, जिन्होंने खाना-पीना काफी कम कर दिया है। दोनों बाघिनों को संक्रमण की आशंका के चलते तत्काल अलग-अलग बाड़ों में क्वारंटीन कर दिया गया है। इनके रक्त के नमूने जाँच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल भेजे गए हैं।
चिड़ियाघर में पहले ही मोर और बतख जैसे पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू के कारण हो चुकी है। अब संक्रमण फैलने के बाद विदेशी वन्यजीवों जैसे वालाबी (छोटे कंगारू) और जेब्रा पर भी खतरा मंडराने लगा है। ये वन्यजीव पाँच महीने पहले ही गुजरात के वनतारा से लाए गए थे। शुतुरमुर्ग और एमू जैसे पक्षियों की विशेष निगरानी की जा रही है।
चिड़ियाघर प्रशासन ने बाहरी लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगा दी है। पूरे परिसर को नियमित तौर पर सैनिटाइज किया जा रहा है, तथा हर दो घंटे में बाड़ों का निरीक्षण किया जा रहा है। कर्मचारियों को PPE किट पहनकर ही बाड़ों में जाने का सख्त निर्देश है।
चिड़ियाघर प्रशासन के साथ जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग और नगर निगम की टीम संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। तालाबों और अन्य जलस्रोतों के पानी के नमूने भी भोपाल भेजे गए हैं। सोमवार को कर्मचारियों की स्वास्थ्य जांच भी की जाएगी। चिड़ियाघर निदेशक श्रद्धा यादव ने पुष्टि की है कि संक्रमण रोकने के लिए व्यापक स्तर पर दवाओं का छिड़काव जारी है।