Prabhat Vaibhav,Digital Desk : गंगा और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने जा रही है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने इस एक्सप्रेसवे के लिए जमीन चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया है। सड़क के दोनों ओर पिलर लगाए जा रहे हैं ताकि सीमांकन स्पष्ट हो सके।
74.3 किलोमीटर लंबा यह लिंक एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा, जिससे मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, हापुड़, संभल जैसे जिले सीधे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ जाएंगे। यह सड़क यमुना एक्सप्रेसवे के 130 मीटर चौड़ी सड़क और फिल्म सिटी के पास इंटरचेंज से जुड़कर रैंप के जरिए एक्सेस प्रदान करेगी।
इस परियोजना पर करीब 4,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसके साथ औद्योगिक क्लस्टर भी विकसित किए जाएंगे, जिससे स्थानीय विकास को बल मिलेगा।
एक्सप्रेसवे बुलंदशहर और गौतमबुद्ध नगर के 56 गांवों से होकर गुजरेगा। इन गांवों में भूमि चिह्नीकरण का कार्य प्रगति पर है। जमीन के खसरे, स्वामित्व आदि की पुष्टि कर किसानों से सहमति लेकर जमीन खरीदी जाएगी और मुआवजा दिया जाएगा ताकि अधिग्रहण में समय बर्बाद न हो।
यूपीडा द्वारा किए जा रहे इस काम में ज़मीन पर सीमांकन पिलर लगाए जा रहे हैं ताकि सड़क निर्माण के रास्ते में आने वाली भूमि स्पष्ट हो सके।
नोएडा एयरपोर्ट से जुड़ने के लिए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को भी जोड़ा जा रहा है। बल्लभगढ़ से एयरपोर्ट तक एक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे लगभग तैयार है और इसे इंटरचेंज के माध्यम से जोड़ा गया है।
भूमि चिह्नीकरण और निर्माण की जिम्मेदारी यूपीडा की है, और इस पर नजर रख रहे अपर जिलाधिकारी भू-अधिग्रहण बच्चू सिंह ने बताया कि कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।
ये हैं प्रमुख गांव जिनसे एक्सप्रेसवे गुजरेगा:
मेहंदीपुर बांगर, भाईपुर ब्रह्मनानपुर, रबूपुरा, भुन्ना तगा, म्याना, कलूपुरा, भगवानपुर, बीधेपुर, धरारी, विचौला, बुलंदशहर, भावसी, माकनकलां, वीवी नगर, मोहमद पनाहपुर, याकूबपुर, रूपवास पंचगाई समेत कई अन्य गांवों को इसका लाभ मिलेगा।



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