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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : वृंदावन, ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी, इन दिनों भक्तों से खचाखच भरी हुई है। हालात यह हैं कि भीड़ नियंत्रण में जिला प्रशासन पहले से ही पसीने-पसीने है और अब तीन दिन की लगातार छुट्टियां उनके लिए और भी सिरदर्द बन गई हैं।
15 अगस्त शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस, 16 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और 17 अगस्त को रविवार—इन तीन छुट्टियों में लाखों श्रद्धालु देशभर से वृंदावन पहुंचने की तैयारी में हैं। शहर के होटल, गेस्टहाउस और आश्रम लगभग पूरी तरह बुक हो चुके हैं।

क्यों है प्रशासन की टेंशन
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के लिए दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु अपने निजी वाहनों और सार्वजनिक परिवहन से आएंगे। पार्किंग व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन और यातायात नियंत्रण पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौतियां होंगी। मंदिरों और बाजारों में लोगों की भारी भीड़ से जाम की स्थिति बन सकती है।

होटल और आश्रम फुल बुक
फोगला आश्रम, धानुका गेस्टहाउस, सुखधाम, जन्माष्टमी आश्रम जैसे प्रसिद्ध ठहराव स्थलों में बुकिंग लगभग पूरी हो चुकी है। बड़े होटलों में भी लगातार बुकिंग हो रही है। कई श्रद्धालु तो अपने ठहरने की जगह पहले ही सुनिश्चित कर चुके हैं।

बस और ट्रेन की विशेष व्यवस्था
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने जन्माष्टमी पर बसों का निरंतर संचालन करने का फैसला किया है। 15 से 17 अगस्त तक बसों में भगवान श्रीकृष्ण के भजन बजेंगे। निगम के पास कुल 176 बसें हैं जो आगरा, हाथरस, अलीगढ़, बरेली, जयपुर और दिल्ली जैसे मार्गों पर लगातार चलेंगी।
रेलवे ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं—दो ट्रेनों का रूट बढ़ा दिया गया है और जरूरत पड़ने पर और ट्रेनें चलाई जाएंगी। सुरक्षा के लिए जीआरपी और आरपीएफ ने अतिरिक्त बल की मांग की है।

इस बार की जन्माष्टमी न सिर्फ आस्था का महापर्व होगी, बल्कि प्रशासन के लिए परीक्षा की घड़ी भी साबित होने वाली है।