
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : मार्केट में इन दिनों लीची की मिलावट तेजी से बढ़ रही है। नकली लीची आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है, इसलिए इसे खरीदते वक्त सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। आइए जानें घर पर ही असली और नकली लीची की पहचान करने के आसान तरीके।
सबसे पहले, लीची के छिलके को ध्यान से देखें। असली लीची का छिलका हल्का गुलाबी, लाल, हरा या भूरा हो सकता है, जबकि नकली लीची का छिलका अत्यधिक चमकदार, सफेद या पूरी तरह एक समान लाल रंग में होगा।
लीची को छूकर भी आप असली-नकली की जांच कर सकते हैं। असली लीची का छिलका खुरदुरा और उभरा हुआ होता है, जो चमड़े जैसा महसूस होता है। यदि लीची छूने में चिकनी, मोम जैसी या फिसलन भरी लगे, तो यह नकली या मिलावटी हो सकती है।
लीची की खुशबू पर विशेष ध्यान दें। प्राकृतिक और असली लीची से हल्की, मीठी, फल जैसी महक आती है। वहीं, नकली या केमिकल वाली लीची से तेज, रासायनिक या पेंट जैसी गंध आएगी जो स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदेह होती है।
लीची के गूदे को काटकर अंदर से देखें। असली लीची का गूदा सफेद, पारदर्शी और रसदार होता है। अगर गूदा सूखा, लाल या फीका दिखे, तो समझ जाएं कि लीची केमिकल या नकली रंग से तैयार की गई है।
लीची की पहचान के लिए एक सरल घरेलू विधि यह भी है कि गीले टिशू या रुई से इसके छिलके को हल्के से रगड़ें। अगर टिशू पर रंग लग जाता है, तो लीची नकली रंगों से तैयार की गई है।
इसके अलावा, लीची की जांच के लिए इसे पानी में डालकर देखें। असली लीची पानी का रंग नहीं बदलती और सामान्य रूप से तैरती या डूबती है। अगर लीची पानी में रंग छोड़ने लगे, तो यह केमिकल से मिलावटी हो सकती है।
नकली लीची से बचने के लिए हमेशा भरोसेमंद दुकानदार, लोकल किसान बाजार या ऑर्गेनिक स्टोर से ही खरीदारी करें, ताकि सेहत के साथ खिलवाड़ न हो।