
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब के अमृतसर जिले के मजीठा इलाके में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 23 पहुंच गई है। जबकि 10 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने इस मामले में 18 लोगों के खिलाफ आबकारी समेत हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने 16 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।
पता चला है कि साबुन बनाने के नाम पर मेथेनॉल मंगाया जा रहा था, लेकिन इसका इस्तेमाल शराब बनाने में किया जा रहा था। इस जहरीली शराब को पीने से लोगों की मौत हो गई। दरअसल लुधियाना में पकड़े गए साहिब केमिकल्स के मालिक और उसके बेटे से अब पूछताछ की जा रही है। अब तक सामने आया है कि मुख्य आरोपी साहिब सिंह ने लुधियाना के सुख एन्क्लेव स्थित साहिल केमिकल्स के मालिक पंकज कुमार उर्फ साहिल और अरविंद कुमार से 50 लीटर मेथेनॉल मंगवाया था।
पंकज और अरविंद ने पुलिस को बताया है कि आरोपी ने उनसे साबुन बनाने के नाम पर यह मेथेनॉल मांगा था, लेकिन उसने इसका इस्तेमाल शराब बनाने में किया। दोनों की गिरफ्तारी के बाद अब आबकारी विभाग और लुधियाना के ईटीओ-जीएसटी भी सक्रिय हो गए हैं। साहिब केमिकल्स के रिकार्ड जब्त कर लिये गये हैं। वे उन सभी लोगों से जानकारी ले रहे हैं जो साहिब केमिकल्स से मेथेनॉल खरीदते थे।
मेथनॉल क्या है?
दरअसल, मेथनॉल, जिसे मेथनॉल अल्कोहल के नाम से भी जाना जाता है, एक रासायनिक यौगिक है जिसका सूत्र CH3OH है। यह एक रंगहीन, वाष्पशील और ज्वलनशील तरल है जिसकी गंध मीठी और तीखी होती है। यह सबसे सरल अल्कोहल है और इसका व्यापक रूप से औद्योगिक और घरेलू प्रयोजनों के लिए उपयोग किया जाता है। क्योंकि इसकी गंध, स्वाद और रंग शराब के समान होते हैं, इसलिए इसका उपयोग नकली शराब बनाने के लिए किया जाता है।
आपको बता दें कि मेथनॉल का उत्पादन विभिन्न स्रोतों जैसे प्राकृतिक गैस, बायोमास और कार्बन डाइऑक्साइड से किया जाता है। इसका उपयोग प्लास्टिक, पेंट, कार पार्ट्स और अन्य निर्माण सामग्री के उत्पादन में किया जाता है। इसका उपयोग ईंधन के रूप में और ऊर्जा भंडारण के लिए भी किया जाता है। इसका उपयोग कीटाणुनाशक और अन्य घरेलू उत्पादों में भी किया जाता है। मेथनॉल विषैला होता है और यदि निगला या साँस के द्वारा अंदर लिया जाए तो खतरनाक हो सकता है।