
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से एक चौंकाने वाला हादसा सामने आया है। जखोल-फिताड़ी मोटरमार्ग पर एक बोलेरो वाहन अचानक अनियंत्रित होकर सुपिन नदी में जा गिरा। हादसे के वक्त बोलेरो में सिर्फ चालक मौजूद था, जो किस्मत से बच गया। नदी के तेज बहाव में बहते वाहन की छत पर चढ़कर चालक ने घंटों अपनी जान बचाने की कोशिश की। आखिरकार मौके पर पहुंची SDRF और पुलिस की टीम ने उसे रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला।
जिलाधिकारी मुकेश रमोला ने बताया कि वाहन फिताड़ी से लौटते वक्त खेड़ा घाटी के पास हादसे का शिकार हुआ। चालक राजेंद्र, जो कासला गांव का निवासी है, ने दुर्घटना से ठीक पहले बोलेरो में सवार सभी यात्रियों को उतार दिया था। बताया जा रहा है कि गाड़ी में फिताड़ी और कासला क्षेत्र के 12 से अधिक लोग बैठे थे। यदि वे गाड़ी में मौजूद होते, तो यह हादसा बड़ा रूप ले सकता था।
गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे ठप, चारधाम यात्रा भी रुकी
इधर, उत्तरकाशी में रुक-रुक कर हो रही मूसलधार बारिश के चलते जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। लगातार हो रहे भूस्खलनों के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर आवाजाही ठप हो गई है। शनिवार रात से हुई बारिश के बाद गंगोत्री हाईवे पर नेताला, बिशनपुर, लालढांग, नलुणा और डबराणी जैसे इलाकों में भारी मलबा और बोल्डर गिरने से रास्ता बंद हो गया था। हाईवे को करीब दोपहर 1 बजे के बाद खोला जा सका।
यमुनोत्री हाईवे की स्थिति और खराब है। यहां मलबा आने के साथ-साथ चार स्थानों पर सड़कें बह गई हैं, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। दोपहर तक एनएच द्वारा बड़कोट से सिलाई बैंड और ओजरी से फूलचट्टी तक रास्ता तो बहाल कर दिया गया, लेकिन सिलाई बैंड और ओजरी के बीच दो जगह हाईवे अब भी क्षतिग्रस्त है।
हालात का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी प्रशांत कुमार आर्य मौके पर पहुंचे। उन्होंने अपर जिलाधिकारी मुक्ता मिश्र और उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी को भी घटनास्थल भेजा, लेकिन हाईवे पर मलबा और पानी होने के कारण वे देरी से पहुंचे।
इस आपदा के चलते चारधाम यात्रा पर अगले 24 घंटे का विराम लगा दिया गया है और यात्रियों को जिला मुख्यालय पर ही रोका गया है। बारिश का कहर अभी जारी है और प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है।