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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : हिमाचल प्रदेश के मंडी में बादल फटने से भारी तबाही हुई है, भूस्खलन और मलबा गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई है। इस आपदा ने राज्य के कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।

हिमाचल प्रदेश के मंडी में एक बार फिर बादल फटने से भारी तबाही मची है। भूस्खलन के कारण भारी मलबा गिरा है, जिसमें करीब तीन लोगों की मौत हो गई है। इस प्राकृतिक आपदा ने हिमाचल के कई इलाकों में जनजीवन ठप कर दिया है।

मंडी के डीसी अपूर्व देवगन ने जानकारी दी है कि जेल रोड के पास के इलाके में 3 लोगों की मौत हो गई है। एक महिला की तलाश जारी है। भूस्खलन के कारण मलबा आने वाली सड़क अवरुद्ध हो गई है, जहाँ-तहाँ वाहन फंसे हुए हैं, लोग यहाँ से सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।

अपूर्व देवगन ने बताया कि टीम ने राहत शिविर भी लगाए हैं। बिजली विभाग, पीडब्ल्यूडी, जल शक्ति की सभी टीमें सड़कों पर हैं और राहत कार्यों में लगी हुई हैं।

देर रात मंडी में भारी नुकसान, एनडीआरएफ तैनात

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, "मंडी शहर में बारिश से काफी नुकसान हुआ है। कल रात भर भारी बारिश हुई। यहां नुकसान सुबह साढ़े तीन से चार बजे के बीच हुआ। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, तीन शव बरामद किए गए हैं और एक व्यक्ति लापता है। एनडीआरएफ की टीमें यहां पहुंच गई हैं। राहत कार्य जारी है। मैं प्रशासन और सरकार से अनुरोध करता हूं कि जल्द से जल्द राहत कार्य चलाया जाए।"

इन इलाकों में सबसे ज्यादा नुकसान

मंडी में तबाही से सबसे ज़्यादा नुकसान जेल रोड, जोनल अस्पताल रोड और सैण इलाके में हुआ है। भूस्खलन के कारण कीरतपुर मनाली फोरलेन और पठानकोट मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया है।

लोग विनाश से बचने के लिए भागे।

तबाही के वक़्त घटनास्थल पर कई लोग मौजूद थे। जब उन्होंने मलबा गिरता देखा, तो जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। कुछ लोग दुकानों में घुस गए, तो कुछ ने आस-पास के घरों में शरण ली। लोगों का कहना है कि मंज़र बेहद भयावह था। कुछ ही पलों में पूरा इलाका मलबे से ढक गया।