
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : दिल्ली में सत्ता संभालने के महज 100 दिनों के भीतर ही मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सरकार ने एक ऐसा कदम उठाया है, जो न सिर्फ प्रशासनिक निर्णय है, बल्कि न्याय और सम्मान का प्रतीक भी है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने बताया कि 1984 के सिख विरोधी दंगों में अपने परिवार खो चुके पीड़ितों को अब सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे गए हैं।
सरकार ने ना सिर्फ नियुक्तियां दीं, बल्कि इसके लिए आयु और शैक्षणिक योग्यता के नियमों में भी विशेष छूट दी, ताकि वर्षों से न्याय की राह देख रहे इन परिवारों को राहत मिल सके। वहीं दूसरी ओर, आरपी सिंह ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह दिल्ली की सत्ता में 10 साल तक रही, लेकिन केवल वादे करती रही, कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
उन्होंने कहा कि यह फैसला केवल एक सरकारी घोषणा नहीं, बल्कि भारतीय इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक से प्रभावित सिख समुदाय के लिए न्याय और सच्चे सम्मान का प्रतीक है। भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने अपने दस साल के कार्यकाल में किसी भी सिख को मंत्री तक नहीं बनाया।
कांग्रेस पर सीधा हमला करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जहां भाजपा 1984 के दोषियों को सजा दिलवाने का प्रयास कर रही है, वहीं कांग्रेस ने उस समय दोषियों को इनामों से नवाज़ा था। इस संवाददाता सम्मेलन में विनीत जोशी भी उनके साथ मौजूद थे।