
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : एक नए अध्ययन में पाया गया है कि लड़कियों में समय से पहले मासिक धर्म आना सिर्फ़ आनुवंशिकी या मोटापे के कारण नहीं होता। अब खानपान, जीवनशैली और पर्यावरण भी इसमें अहम भूमिका निभा रहे हैं। ह्यूमन रिप्रोडक्शन जर्नल में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, जो लड़कियां ज़्यादा प्रोसेस्ड फ़ूड और मीट खाती हैं, उनमें समय से पहले मासिक धर्म आने का ख़तरा 15 प्रतिशत ज़्यादा होता है।
जंक फ़ूड, मिठाइयों और रेड मीट से भरपूर आहार को इन्फ्लेमेटरी डाइट कहा जाता है। यह शरीर में सूजन बढ़ाता है और समय से पहले मासिक धर्म का कारण बन सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि जो लड़कियां पौधे-आधारित आहार (अधिक फल, सब्जियां, फलियां, साबुत अनाज) खाती हैं, उनमें समय से पहले मासिक धर्म होने का जोखिम 8 प्रतिशत कम होता है। पहले यह माना जाता था कि समय से पहले मासिक धर्म आने का कारण बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) है, लेकिन अध्ययनों के अनुसार, असली कारण सिर्फ वजन नहीं, बल्कि आहार की गुणवत्ता है।
इनमें वायु प्रदूषण और पर्सनल केयर उत्पादों में मौजूद अंतःस्रावी विघटनकारी रसायन भी समय से पहले मासिक धर्म के जोखिम को बढ़ाते हैं। यह चिंता का विषय है, क्योंकि समय से पहले मासिक धर्म आना न केवल असुविधा का कारण बनता है, बल्कि इससे भविष्य में हृदय रोग, स्तन कैंसर और मधुमेह जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इसे रोकने के लिए, बच्चों को अधिक फल और सब्जियां खिलाएं, जंक फूड और चीनी का सेवन कम करें, प्रदूषित दिनों में उन्हें घर के अंदर खेलने दें, और रसायन मुक्त त्वचा देखभाल और बाल उत्पादों का उपयोग करें।