
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : "नमस्कार कर्मचंद जी, मैं पुष्कर सिंह धामी बोल रहा हूं। आपने जो पत्र मुझे भेजा है, वो मुझे प्राप्त हो गया है। आपने सिंचाई नहर टूटने की जो समस्या बताई है, उस पर मैंने तुरंत सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता को निर्देश दे दिए हैं।"
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की यह सीधी बातचीत डईवाला तहसील के शेरगढ़ निवासी कर्मचंद से हुई, जिन्होंने अपने खेतों में सिंचाई के संकट को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा था। मुख्यमंत्री से सीधे फोन पर बात होने और कार्रवाई के आश्वासन के बाद कर्मचंद ने उनका धन्यवाद किया।
मुख्यमंत्री धामी ने शुक्रवार को विभिन्न फरियादियों से फोन पर बात की और उन्हें ये भरोसा दिलाया कि सरकार जनता की समस्याओं के समाधान को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
इसी क्रम में उन्होंने मेजर नरेश कुमार सकलानी से भी बात की। मेजर सकलानी ने शिकायत की थी कि कुछ लोग उनकी जमीन पर अतिक्रमण कर लघु सिंचाई नहर बना रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस पर देहरादून के जिलाधिकारी को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कैनाल रोड, देहरादून निवासी धीरेंद्र शुक्ला ने भी बिल्डर की ओर से परेशान किए जाने की शिकायत भेजी थी, जिस पर मुख्यमंत्री ने एमडीडीए को जांच के निर्देश दिए।
विकासनगर के दिनकर विहार निवासी विशन दत्त शर्मा की सड़क संबंधी शिकायत को लेकर भी मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के सचिव को जरूरी कदम उठाने को कहा।
इन सभी संवादों में एक बात स्पष्ट रही—सरकार सिर्फ सुनती नहीं, तुरंत कार्रवाई भी करती है। जनता की उम्मीदें केवल कागज़ पर नहीं रहतीं, मुख्यमंत्री स्वयं उन्हें आवाज़ देते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “जनता के पत्र हमारे लिए केवल शिकायत नहीं, बल्कि विश्वास का प्रतीक हैं। मैंने व्यक्तिगत रूप से बात कर शिकायतों को समझा और अधिकारियों को तत्काल समाधान के निर्देश दिए। यही हमारी कार्यशैली की पहचान है।”