Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को पीएसी के 78वें स्थापना दिवस पर पीएसी महानगर में आयोजित समारोह में जवानों को उनके साहस, समर्पण और सेवा के लिए सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून का राज उत्तर प्रदेश के आत्मविश्वास का सबसे बड़ा कारण है और इसके पीछे पीएसी के अधिकारियों और जवानों का महत्वपूर्ण योगदान है।
सांसद भवन और अयोध्या में हुए आतंकवादी हमलों का ज़िक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन घटनाओं में पीएसी के जवानों ने अपनी कुशलता से सभी आतंकियों को नष्ट कर प्रदेश की सुरक्षा सुनिश्चित की।
महिला जवानों की भागीदारी बढ़ाई गई
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने पीएसी में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिया है। पहली बार तीन अतिरिक्त महिला वाहिनियों का गठन किया गया है और जल्द ही पीएसी में तीन और महिला बटालियन तैयार की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पीएसी हमेशा से देश और राज्य की शांति व्यवस्था बनाए रखने में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है।
पीएसी की सशक्तिकरण पहलें
सरकार ने पीएसी की 46 कंपनियों को पुनर्जीवित किया है, जिससे राज्य की आंतरिक सुरक्षा और मजबूत हुई है। बल को अत्याधुनिक हथियार और उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। प्रशिक्षण को बेहतर बनाने के लिए पाठ्यक्रम को अपडेट किया गया है। वर्तमान में पीएसी में 41,893 आरक्षी कार्यरत हैं, जिसमें खेल कोटे से 480 कुशल खिलाड़ी शामिल हैं।
खेल बजट को 70 लाख से बढ़ाकर 10 करोड़ किया गया है और विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। इसके अलावा 1,648 प्लाटून कमांडरों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है और जवानों को पदोन्नति के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
जवानों के कल्याण और प्रशिक्षण
पीएसी के जवानों के प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए 31 पुलिस मॉडर्न स्कूल संचालित हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले आठ वर्षों में 2.14 लाख पुलिसकर्मी भर्ती किए गए हैं, जिनमें 44 हजार महिलाएं शामिल हैं।
समारोह में डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि आज पीएसी के जवान राज्य में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। जवानों ने मलखंभ, जिम्नास्टिक, योगासन, पीटी और बैंड का प्रदर्शन कर माहौल को जीवंत बनाया।
वाहिनियों और खिलाड़ियों का सम्मान
सीनियर अधिकारियों और जवानों को उनके प्रदर्शन के आधार पर अति उत्तम प्रदर्शन, उत्तम प्रदर्शन, सर्वोत्तम प्रदर्शन और श्रेष्ठ कार्य करने वाली वाहिनियों के लिए सम्मानित किया गया। 47वीं वाहिनी को सर्वोत्तम वाहिनी घोषित किया गया और कृष्ण कुमार मिश्रा को सर्वोत्तम खिलाड़ी के रूप में सम्मानित किया गया। इसके अलावा पुलिस स्कूल के मेधावी छात्रों को भी सम्मानित किया गया।




