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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : दरभंगा एयरपोर्ट ने इस वर्ष हवाई यात्रा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज की है। 4 अप्रैल से दरभंगा–दिल्ली रूट पर अकासा एयर की उड़ान शुरू होने से यात्रियों को खासा फायदा हुआ। इस नई सेवा से टिकट की कीमतों में राहत मिली और यात्रा पहले से कहीं आसान हो गई।

इसके बाद 1 जुलाई से दरभंगा–मुंबई रूट पर भी अकासा एयर की उड़ान शुरू हुई। इसके चलते न केवल किराये कम हुए, बल्कि दोनों शहरों के बीच कनेक्टिविटी भी मजबूत हुई। विमानों की संख्या बढ़ने से यात्रियों का आवागमन भी बढ़ा और दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों के लिए यात्री संख्या का नया रिकॉर्ड बन गया।

ILS तकनीक से उड़ानों में सुधार

अगस्त महीने में रनवे पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) चालू होने के बाद उड़ानों के रद्द होने या प्रभावित होने की घटनाओं में कमी आई। इसके चलते विमान समय पर उतरने लगे और यात्रियों को हवाई यात्रा में होने वाली असुविधाएं कम हुईं।

अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की दिशा में कदम

10 जनवरी को दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय दर्जा देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया। रनवे विस्तार के लिए 90 एकड़ अतिरिक्त भूमि अधिग्रहित की गई और राज्य सरकार ने 244 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए।
साथ ही, 49.02 करोड़ रुपये की लागत से एप्रन और दो लिंक टैक्सीवे का निर्माण अगस्त से शुरू हुआ है, जिसमें अब तक लगभग 20% कार्य पूरा हो चुका है।

सिविल एक्सटेंशन और नाइट लैंडिंग की तैयारी

रानीपुर पंचायत के बासुदेवपुर मौजा में 572 करोड़ रुपये की लागत से सिविल एक्सटेंशन टर्मिनल का निर्माण चल रहा है। अब तक 40% भवन निर्माण पूरा हो चुका है।
रात्रि उड़ान शुरू करने के लिए रनवे पर कैट-2 लाइटिंग सिस्टम लगाया जा रहा है। हालांकि, प्रस्तावित 900 वर्ग मीटर के मुकाबले अब तक केवल 300 वर्ग मीटर में लाइटिंग लग पाई है।

कुछ रूट पर परेशानी

अक्टूबर से दरभंगा–बेंगलुरु रूट पर स्पाइसजेट की उड़ान सेवा अचानक बंद हो गई, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई। इसके अलावा, एयरपोर्ट पर कई अधूरे निर्माण कार्य के कारण अभी भी यात्रियों को थोड़ी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

2026 में उम्मीदें

कैट-2 लाइटिंग पूरी होने के बाद रात में उड़ान संभव।

दरभंगा एयरपोर्ट से एयर इंडिया एक्सप्रेस की नई उड़ान सेवा।

बंद पड़े दरभंगा–बेंगलुरु रूट पर स्पाइसजेट की वापसी।

90 एकड़ भूमि अधिग्रहण के बाद रनवे विस्तार, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की राह साफ।

रानीपुर चौक के पास 54 एकड़ में नया टर्मिनल और अन्य संरचनाएं पूरी होने की तैयारी।

दरभंगा एयरपोर्ट की ये तैयारियां आने वाले वर्षों में हवाई यात्रा को और आसान और किफायती बनाएंगी, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में भी बड़ा सुधार होगा।